प्रेम कविता : तुम्हारे प्यार की बातें...
तुम्हारे प्यार की बातें
मुझे अक्सर रुलाती है
तुम्हारे साथ की यादें
सपनों में सताती है
मैं बातें दिल की ये तुमसे
बार-बार कहता हूं
मैं तुमसे प्यार करता था
मैं तुमसे प्यार करता हूं।
वफा के इन तरानों को
मैं यूं ही गुनगुनाऊंगा
छुपा कर गमों के आंसू
मैं यूं ही मुस्कुराऊंगा।
निकलोगी जिधर से तुम
मैं नजरों को बिछाऊंगा
तुम्हारे याद के सपने
मैं आंखों में सजाऊंगा।
बार-बार बयान करता हूं
मैं तुमसे प्यार करता था
मैं तुमसे प्यार करता हूं।