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Last Modified: रविवार, 14 अगस्त 2016 (23:40 IST)

नारंग और चैन फ्लॉप, भारत निशानेबाजी में रहा 'जीरो'

नारंग और चैन फ्लॉप, भारत निशानेबाजी में रहा 'जीरो' - Rio Olympic 2016, Gagan Narang, Chain Singh
रियो डि जेनेरियो। गगन नारंग और चैन सिंह के रियो ओलंपिक की आखिरी निशानेबाजी स्पर्धा 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में रविवार को फ्लाप प्रदर्शन से भारत ने इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में अपना अभियान 'जीरो' रहते हुए समाप्त किया।
             
भारत ने पिछले तीन ओलंपिक में हर बार निशानेबाजी में पदक जीते थे लेकिन इस बार रिकॉर्ड 12 निशानेबाज उतारने के बावजूद भारत की झोली में एक भी पदक नहीं आया। भारत को 2004 के एथेंस ओलंपिक के राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने रजत पदक और 2008 के बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने स्वर्ण पदक दिलाया था जबकि 2012 के लंदन ओलंपिक में विजय कुमार ने रजत और नारंग ने कांस्य पदक जीता था। 
              
रियो में निशानेबाजी के हर दिन के गुजरने के साथ भारत की पदक उम्मीदें दम तोड़ती गईं और आज नारंग तथा चैन सिंह दोनों ने ही देश को निराश किया। नारंग की रियो में यह तीसरी स्पर्धा थी और वह एक भी स्पर्धा के फाइनल में नहीं पहुंच पाये। नारंग 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में 1162 अंकों के साथ 33 वें स्थान पर रहे जबकि चैन सिंह उनसे कुछ बेहतर 1169 अंकों के साथ 23 वें स्थान पर रहे। 
 
चैन सिंह एक समय क्वालिफाइंग दौर में चौथे स्थान तक थे लेकिन धीरे-धीरे खिसकते हुए वह 23वें स्थान पर रह गए। चैन ने नीलिंग में 391, प्रोन में 398 और स्टैंडिग में निराशाजनक 380 अंक जुटाये जबकि नारंग ने नीलिंग में 383, प्रोन में 395 और स्टैंडिग में 384 अंक जुटाए।
                  
चैन सिंह ने नीलिंग में 98,95,99 और 99 की सीरीज खेली जबकि प्रोन में उन्होंने 100,100,100 और 98 की सीरीज खेली। प्रोन के बाद चैन मुकाबले में बने हुए थे लेकिन स्टैंडिंग में 95,94,96 और 95 की सीरीज ने उन्हें होड़ से बाहर कर दिया।
                
नारंग ने नीलिंग में 97,97,96 और 93, प्रोन में 99,99,99 और 98 तथा स्टैंडिग में 98,93,95 और 98 की सीरीज खेली। नारंग ने लंदन ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था लेकिन इस बार तीन स्पर्धाओं में उतरने के बावजूद वे कोई पदक हासिल नहीं कर पाए।  50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन के क्वालीफाइंग से शीर्ष आठ निशानेबाजों ने फाइनल में जगह बनाई जिनमे आखिरी निशानेबाज का स्कोर 1174 था जबकि शीर्ष पर रहे रूस के सर्जेई केमिंस्की ने 1184 अंकों का ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया।
              
रियो में उतरे 12 निशानेबाजों में सिर्फ जीतू राय और अभिनव बिंद्रा ही फाइनल में पहुंच सके। बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में चौथा स्थान और जीतू ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में आठवां स्थान हासिल किया था। अन्य निशानेबाजों ने निराश किया और कोई भी चुनौती पेश नहीं कर पाया। 
         
गुरप्रीत सिंह 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल के क्वालिफिकेशन में सातवें और मैराज अहमद खान स्कीट में नौवें स्थान पर रहे। जीतू राय ने अपनी दूसरी स्पर्धा 50 मीटर पिस्टल में 12 वां स्थान हासिल किया। नारंग अपनी तीन स्पर्धाओं में सिर्फ 50 मीटर राइफल प्रोन में ही कुछ अच्छा प्रदर्शन कर पाए और 13 वें स्थान पर रहे जबकि चैन सिंह इस स्पर्धा में 36 वें स्थान पर रहे थे।
          
प्रकाश नंजप्पा ने 50 मीटर पिस्टल में 25वां, गुरप्रीत ने 10 मीटर एयर पिस्टल में 20वां, मानवजीत सिंह संधू ने ट्रैप में 16वां और कीनन चेनई ने 19वां स्थान हासिल किया। तीन महिला निशानेबाजों में अपूर्वी चंदीला ने 10 मीटर एयर राइफल में 34वां और अयोनिका पाल ने 43वां स्थान लिया। हिना सिद्धू 10 मीटर एयर पिस्टल में 14 वें और 25 मीटर पिस्टल में 20वें स्थान पर रहीं। (वार्ता)
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