जानिए क्या है गणेश पुराण में
ऋषि गौतम
गणेश पुराण महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसके पठन-पाठन से सब कार्य सफल हो जाते हैं। गणेश पुराण में पांच खंड पाए जाते हैं। संक्षेप में जानते हैं गणेश पुराण के पांचों खंडों के बारे में......
पहला खंड- आरंभ खंड -इस खंड में ऐसी कथाएं बताई गई है जिससे हमेशा सब जगह मंगल ही होगा। इसमें सबसे पहली कथा के माध्यम से बताया है कि किस प्रकार प्रजा की सृष्टि हुई और सर्वश्रेष्ठ देव भगवान् गणेश का आविर्भाव किस प्रकार हुआ। आगे इसमें शिव के अनेक रूपों का वर्णन किया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि कैसे शिव सृष्टि की उत्पत्ति,संहार और पालन करते हैं।
दूसरा खंड- परिचय खंड -दूसरा खंड परिचय खंड है जिसमें गणेश जी के जन्म के कथाओं का परिचय दिया गया है। इसमें अलग-अलग पुराणों के अनुसार कथा कही गई है। जैसे पद्म व लिंग पुराण के अनुसार। और अंत में गणेश की उत्पत्ति की कथा विस्तार बताई गई है।