मंगलवार, 23 अप्रैल 2024
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Written By WD

हर कामना पूर्ण करें श्री गणेश के सिद्ध मंत्र

हर कामना पूर्ण करें श्री गणेश के सिद्ध मंत्र -
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लम्बोदर चतुर्वर्ण हैं। सर्वत्र पूजनीश्री गणेश सिंदूर वर्ण के हैं। इनका स्वरूप भक्तों को सभी प्रकार के शुभ व मंगल फल प्रदान करने वाला है।

नीलवर्ण उच्छिष्ट गणपति का रूप तांत्रिक क्रिया से संबंधित है।

शांति और पुष्टि के लिए श्वेत वर्ण गणपति की आराधना करना चाहिए।

शत्रु के नाश व विघ्नों को रोकने के लिए हरिद्रा गणपति की आराधना की जाती है।

गणपति जी का बीज मंत्र 'गं' है।

इनसे युक्त मंत्र- 'ॐ गं गणपतये नमः' का जप करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है।

षडाक्षर मंत्र का जप आर्थिक प्रगति व समृद्धिप्रदायक है।

।ॐ वक्रतुंडाय हुम्।

अगले पेज पर : विविध कामनाओं की पूर्ति के लिए उच्छिष्ट गणपति की साधना


किसी के द्वारा नेष्ट के लिए की गई क्रिया को नष्ट करने के लिए, विविध कामनाओं की पूर्ति के लिए उच्छिष्ट गणपति की साधना करना चाहिए। इनका जप करते समय मुंह में गुड़, लौंग, इलायची, बताशा, ताम्बुल, सुपारी होना चाहिए। यह साधना अक्षय भंडार प्रदान करने वाली है। इसमें पवित्रता-अपवित्रता का विशेष बंधन नहीं है।


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-- उच्छिष्ट गणपति का मंत्र--


।।ॐ हस्ति पिशाचिनी लिखे स्वाहा।।

अगले पेज पर : आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए विघ्नराज रूप की आराधना
आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए विघ्नराज रूप की आराधना का यह मंत्र जपें -

गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:

अगले पेज पर : आत्मबल की प्राप्ति के लिए हेरम्ब गणपति का मंत्र जपें

विघ्न को दूर करके धन व आत्मबल की प्राप्ति के लिए हेरम्ब गणपति का मंत्र जपें -

'ॐ गं नमः'

अगले पेज पर : रोजगार प्राप्ति के लिए लक्ष्मी विनायक मंत्र का जप करें
रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए लक्ष्मी विनायक मंत्र का जप करें-

ॐ श्रीं सौम्याय सौभाग्याय गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानाय स्वाहा।

अगले पेज पर : विवाह के लिए त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र का जप करें


विवाह में आने वाले दोषों को दूर करने वालों को त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र का जप करने से शीघ्र विवाह व अनुकूल जीवनसाथी की प्राप्ति होती है-

ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानाय स्वाहा।

इन मंत्रों के अतिरिक्त गणपति अथर्वशीर्ष, संकटनाशन गणेश स्तोत्र, गणेशकवच, संतान गणपति स्तोत्र, ऋणहर्ता गणपति स्तोत्र, मयूरेश स्तोत्र, गणेश चालीसा का पाठ करने से गणेशजी की कृपा प्राप्त होती है। (समाप्त)