अप्रैल 2014 के शुभ-अशुभ योग...
अप्रैल माह के कार्य-सिद्धि योग
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होने के कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए श्रेष्ठ रहते हैं। इसके लिए किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है।आपके लिए प्रस्तुत हैं अप्रैल माह के शुभ-अशुभ योग। जिनको जानकर-समझकर अगर आप कार्य करेंगे तो निश्चित ही आपका वह कार्य सफल होगा...अप्रैल माह के कार्य सिद्धि योग : तारीख | समय |
1 अप्रैल | सूर्योदय से रात्रि 11.55 तक |
13 अप्रैल | सूर्योदय से रात्रि 9.45 तक |
17 अप्रैल | रात्रि 10.39 से 18 अप्रैल रात्रि 9.52 तक |
20 अप्रैल | सूर्योदय से सायं 7.32 तक |
27 अप्रैल | सूर्योदय से प्रात:10.02 तक |
29 अप्रैल | सूर्योदय से प्रात: 9.05 तक |
30 अप्रैल | प्रात: 9.16 से संपूर्ण दिन-रात |
अमृत योग1 अप्रैल | सूर्योदय से रात्रि 11.55 तक |
13 अप्रैल | रात्रि 9.45 से रातभर |
29 अप्रैल | सूर्योदय से प्रात: 9.05 तक |
सर्वदोषनाशक रवि योग2 अप्रैल | देर रात 12.04 से 3 अप्रैल देर रात 12.55 तक |
4 अप्रैल | देर रात 2.27 से 6 अप्रैल प्रात: 4.35 तक |
8 अप्रैल | प्रात: 10.03 से 10 अप्रैल दिन 3.46 तक |
12 अप्रैल | रात्रि 8.15 से 13 अप्रैल रात्रि 9.45 तक |
14 अप्रैल | प्रात: 7.36 से रात्रि 10.42 तक |
20 अप्रैल | सायं 7.32 से 21 अप्रैल सायं 6.07 तक |
आगे पढ़ें शेष शुभ-अशुभ योग...
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योगतारीख | समय |
5 अप्रैल | रात्रि 10.54 से 6 अप्रैल प्रात: 4.35 तक |
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग26 अप्रैल | सूर्योदय से दिन 11.01 तक |
अशुभ ज्वालामुखी योग9 अप्रैल | दिन 12.59 से 10 अप्रैल प्रात: 7.57 तक |
विघ्नकारक भद्रा3 अप्रैल | प्रात: 8.35 से रात्रि 8.39 तक |
6 अप्रैल | देर रात 12.52 से 7 अप्रैल दिन 2.02 तक |
10 अप्रैल | रात्रि 8.58 से 11 अप्रैल प्रात: 9.59 तक |
14 अप्रैल | दिन 1.13 से देर रात 1.13 तक |
17 अप्रैल | रात्रि 11.01 से 18 अप्रैल प्रात: 10.20 तक |
21 अप्रैल | प्रात: 4.42 से दिन 3.35 तक |
24 अप्रैल | प्रात: 8.49 से सायं 7.43 तक |
27 अप्रैल | दिन 2.01 से रात्रि 1.19 तक |
पंचक23 अप्रैल | देर रात 2.22 से 28 अप्रैल प्रात: 9.21 तक |