18 साल बाद राहु-केतु ने किया राशि परिवर्तन, जानिए असर
18 साल बाद राहु कन्या और केतु मीन राशि में
* राहु-केतु के राशि परिवर्तन का असर, क्या होगा राशियों पर
* बेहतर बारिश कराएगा सितारों का परिवर्तन
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साल बाद 12 जुलाई को राहु कन्या और केतु मीन राशि में आ गया है। ज्योतिषियों के अनुसार यह परिवर्तन शानदार बारिश का संकेत है। 12
जुलाई को दोपहर 12.45 बजे राहु और केतु ने क्रमशः तुला से कन्या और मेष से मीन में प्रवेश किया है। राहु-केतु हर 18 माह में राशि बदलते हैं। (ज्ञात हो कि राहु एक राशि में 18 माह रहते हैं, फिर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। 12 राशियों पर परिवर्तन करते हुए उसे 18 साल का समय लगता हैं।) दोनों ग्रह हमेशा वक्री रहते हैं। अब 18 माह बाद 9 जनवरी 2016 को यह दोनों ग्रह फिर राशि बदलेंगे। पंचांगों में राशि परिवर्तन की तारीख में अंतर हो सकता है। यह राशि परिवर्तन अच्छी बारिश का प्रतीक है। ज्योतिर्विद् देवेंद्रसिंह कुशवाह के मुताबिक कन्या राशि का स्वामी बुध है और बुध व राहु मित्र हैं। इसलिए राहु मित्र राशि में ही रहेगा। वहीं केतु मीन में जाएगा, जिसका स्वामी गुरु है। गुरु और केतु में समभाव होने से मीन राशि के लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा। कन्या और मीन दोनों राशि के लिए यह स्थिति लाभ की है। देश-विदेश के लिए भी यह समय अच्छा होगा। राहु के लिए कन्या मित्र राशि है, अतः राहु इस राशि के लिए फायदेमंद रहेगा। कन्या पर से शनि की साढ़े साती भी उतर रही है। इससे कन्या राशि के लोगों को लाभ मिलेगा।
राशि परिवर्तन का असर, 12 राशियों पर