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Last Modified: सोमवार, 13 अक्टूबर 2014 (14:13 IST)

शादी : रिश्ते कच्चे नहीं सच्चे बनाएं

शादी : रिश्ते कच्चे नहीं सच्चे बनाएं - शादी : रिश्ते कच्चे नहीं सच्चे बनाएं
शादी में दो मन एक साथ बड़े अरमानों से जुड़ते हैं। लेकिन साल भर होते-होते रिश्तों का सौंधापन ना जाने कहां चला जाता है और तकनीकी रूप से दो लोग साथ होते हुए भी साथ नहीं होते। एक लड़की को नए घर के माहौल के हिसाब से ढलने में समय लगता है लेकिन लड़के की भारी भरकम अपेक्षाओं के बोझ तले वह मुरझा जाती है। बाहरी तौर पर भले ही वह मुस्कुराती नजर आए पर भीतर ही भीतर बहुत कुछ दरकता है। यही स्थिति कमोबेश लड़कों के साथ भी होती है। लेकिन यहां हम लड़कों की तरफ से होनी वाली मामूली सी नादानियों का जिक्र करेंगे ताकि समय पर कुछ रिश्ते संभल जाए।
 

 

 
सिर्फ मैं और मेरा परिवार
 
अक्सर शादी के बाद लड़कों की स्थिति बड़ी अजीब हो जाती है। जिस परिवार के साथ वह इतने सालों तक रहा अचानक उसे उनका समय चुरा कर अपनी पत्नी को देना होता है। जहां परिवार वाले समझदार हैं और पति-पत्नी के एकां‍त का महत्व समझते हैं वहां यह समस्या खड़ी नहीं होती क्योंकि दो दिलों को अपने लिए पर्याप्त समय मिल रहा है। लेकिन जहां परिवार वाले भी नई दुल्हन के आने से असुरक्षा की भावना से ग्रस्त हैं वहां वे प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से अपना हस्तक्षेप बढ़ाने से बाज नहीं आते। 
 
लड़कों में इस बात को समझने की व्यावहारिकता थोड़ी कम होती है नतीजतन वे अपनी बीवी को ही दोषी मानने लग जाते हैं कि उसे परिवार रास नहीं आ रहा। लड़कों को चाहिए कि वह अपनी नई नवेली पत्नी को धीरे-धीरे रिश्तेदारों के बारे में बताएं और उसे कभी भी यह महसूस न होने दें कि परिवार हमेशा ही सही है और वह गलत। पति बनने के साथ ही आपमें यह बड़प्पन आना चाहिए कि अब आप पर दो लोगों का दायित्व है न कि आप स्वयं भी पत्नी से परिवार के अलावा आपके साथ भी जल्दी से जल्दी एडजस्ट होने की उम्मीद लेकर बैठ जाए। यहां रिश्तों की सबसे पहली दरार पड़ती है इसे पाटना सिर्फ और सिर्फ पति के हाथ में होता है। याद रखिए पत्नी को आपका परिवार बुरा नहीं लग रहा है बल्कि आपका 24 घंटे मेरा परिवार-मेरा परिवार का जाप बुरा लग रहा है। इस जाप पर कंट्रोल भी आपको ही करना होगा। पत्नी को अभी प्यार और विश्वास की सख्त जरूरत है। यही वक्त है उसका दिल जीतने का। बाद में तो जीवन भर उसे आपके परिवार के साथ ही रहना मगर पहले साल में उसे अपना बनाना, अपने अनुकूल बनाना आपकी जिम्मेदारी है। 
 
 
पुरानी आदतें : हम नहीं सुधरेंगे 
 
मेरी एक सहेली है। उसने लव-मैरिज किया था। बावजूद इसके उसकी शादी दो साल भी नहीं चली। कारण बेहद मामूली था लेकिन चुंकि समय रहते उसका इलाज नहीं हुआ इसलिए समस्या बड़ी हो गई। दरअसल उसे शादी के बाद पता चला कि उसका पति पूरे घर की भाभियों और लड़कियों का चहेता है। शुरू में इस बात पर उसे बड़ा नाज हुआ लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरा उसे हर वक्त अपनी भाभियों की गोद में लेटना और घर की बड़ी होती लड़कियों को चूमना-गले लगना बेतरह अखरने लगा। यह समस्या ऐसी थी जिस पर ना तो वह अपने पति से बात कर सकती थी ना ही किसी और से। हर बार वह अपने मन को समझाती कि इनके मन तो साफ है ना। पत्नी तो मैं हूं ना। लेकिन आखिर कब तक। 
 
उसने जब पति से बात करना चाही तो पति ने उसकी सोच को ही विकृत बता कर बात खत्म कर दी। बाद में परिणाम यह हुआ कि एक दिन पत्नी बिफर पड़ी सारे रिश्तों पर और उस ज्वालामुखी के साथ ही रिश्ता भी खत्म हो गया। 
 
शादी के बाद अक्सर यह दूसरी दरार होती है वास्तव में यहां बेहद नाजुक सी समझदारी की जरूरत है। पति मात्र शादी के बाद यह मानकर ना चलें कि अब तो पत्नी मेरी है मैं कुछ भी करूं इसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पति, पत्नी से यह उम्मीद कतई ना करें कि वह आपके रिश्तों की गहराई मात्र कुछ दिनों में पहचान लेगी। नैतिक रूप से देखा जाए तो यहां पत्नी जरा भी गलत नहीं है ना ही उसकी सोच। गलत पति भी नहीं है। गलत है उसकी आदतें। जो वह 'शादी के बाद बदल गया है' जैसा ताना सुनने से बचने के लिए बदल नहीं पा रहा है। लेकिन उसे उन आदतों को इसलिए बदलना होगा क्योंकि पत्नी का रिश्ता आपके सब रिश्तों से कहीं अधिक गहरा, पवि‍त्र और सगा होता है। आपकी आदतें आप बदलें या न बदलें तब भी ''बदल गया है वाला'' जुमला तो आपको सुनने को मिलेगा ही। 
 
फिर क्यों ना अपनी पत्नी के लिए थोड़ा बदल ही जाएं। यहां पति अक्सर गलत जिद की वजह से पत्नी के रिश्ते को समय पर नहीं संभालते, अपनी पुरानी आदतें नहीं बदलते और बाद में उनके पास ना पत्नी बचती है और ना ही रिश्ते। 
 
याद रखिए 
 
पति होने के नाते आपकी पहली जिम्मेदारी यह बनती है कि आपकी पत्नी आपकी वजह से हर्ट न हो। परिवार के दूसरे लोग हर्ट करेंगे तब भी वह आपके ही पास आएगी तब भी आपको अपने इगो को परे रखकर उसे संभालना होगा लेकिन अगर वह आपकी आदतों और व्यवहार की वजह से बार-बार उदास होती है तो माफ कीजिए आपका रिश्ता वक्त के साथ धीरे-धीरे जुड़ नहीं रहा है बल्कि टूट रहा है। यह चेतावनी पतियों के लिए है।