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शादी में बैंड-बाजे के टॉप 10 गाने

शादी में बैंड-बाजे के टॉप 10 गाने - marriage songs
भारत में शादी-समारोह में गीत-संगीत न हो तो सबकुछ अधूरा और सूना-सूना महसूस होता है। सगाई से लेकर विदाई तक और गोद भराई से लेकर बारात में नाचने तक जहां संगीत का आनंद उठाया जाता है वहीं लोकगीतों का भी रस्मो-रिवाज में अपना महत्व है। मंडप हो या गणेश पूजन, माता पूजन हो या विदाई रस्म- कहीं न कहीं ये लोकगीत हमारे कानों तक पहुंच ही जाते हैं। आजकल उन नए गीतों को भी इन प्रसंगों में शामिल किया जा रहा है, जो बहुत ही कर्णप्रिय हैं।


 

 
फिल्मी गीत हो या लोकगीत, इन गीतों में 2 तरह की श्रेणियां हैं- एक वे गीत, जो घर में ही महिला और पुरुष संगीत समारोह में बजाए जाते हैं और दूसरे गीत वे जो बैंड वालों की पसंद हैं या बारातियों को नाचने के लिए उत्सुक करते हैं। शादी में नाच-गाने के बगैर जहां दूल्हे की बारात अधूरी है, वहीं दुल्हन का महिला संगीत भी फीका है। आओ जानते हैं इन लोकगीतों और फिल्मी ‍गीतों के बारे में...
 

लोकगीत-संगीत :


 
गणेश पूजन या माता पूजन में जहां लोकगीतों का सहारा लिया जाता है वहीं वर्तमान में प्रचलित कुछ और भी गीत इनमें शामिल हो गए हैं। गणेशजी के गीतों के साथ ही किसी शुभ कार्य की शुरुआत होती है। वर्तमान में एक प्रसिद्ध गीत ज्यादा प्रचलित है- 'घर म पधारो गजनानजी म्हारा घर म पधारो।'
 
इसके अलावा हर क्षेत्र में लोकगीतों के अलग-अलग बोल और धुन हैं, जैसे निमाड़-मालवा में- 'चालो रे विनायक आपा जोशीजी रे चालो, देवा हो देवा, मेरे मन मंदिर में तुम भगवान, म्हारा कीर्तन में रस बरसाओ, गणपति राखो मेरी लाज' आदि ज्यादा प्रचलित गीत हैं।
 
वहीं माता पूजन के कार्यक्रम के लिए खासतौर पर बजाए जाने वाले गीतों में 'मैं तो आरती उतारूं रे संतोषी माता की, चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है, हाथ जोड़ के खड़ी हूं तेरे द्वार मेरी मां' आदि हैं।
 
मेहंदी की रस्म के दौरान ढोलक के साथ गाए जाने वाले बन्ने-बन्नी के गीत की जगह इस प्रसंग में अब फिल्मी गीतों का बोलबाला रहता है। मेहंदी की रस्म के समय गुनगुनाए जाने वाले गीतों में- 'मेहंदी है रचने वाली, बन्नो रानी तुझे सयानी, मेहंदी से लिख दे गोरी' आदि हैं। 
 

फिल्मी गीत-संगीत :



 
इसके बाद बाराती या घराती के बीच मौज-मस्ती के दौरान बैंड पर बजाए जाने वाले गीत सालों से प्रचलित हैं। वे आज भी बजाए जाते हैं, जैसे- 
 
बारातियों के गीत :
 
1. आज मेरे यार की शादी है, लगता है...
2. बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है...
3. ये देश है वीर जवानों का, अलबेलों का मस्तानों का...
4. झूम बराबर झूम शराबी...
5. पिया तू अब तो आजा, सोलह सावन भड़के...
6. आशिक की है बारात, जरा झूम के...
7. पल्लो लटके, म्हारो पल्लो लटके...
8. राजा की आएगी बारात...
9. आए हम बाराती बारात लेके...
10. ले जाएंगे ले जाएंगे, दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे...
 
 
 

महिला संगीत के गीत :


 

 
महिला संगीत में वर व वधू पक्ष के लोगों का एक-दूसरे से परिचय होता है। परिवारों के परिचय के समय इन गीतों द्वारा परिवार के सदस्यों को मंच पर आमंत्रित किया जाता है- 'ऐ दिल लाया है बहार अपनों का प्यार, सुनो जी दुल्हन अब इनसे मिलो जी, आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है, वाह-वाह रामजी, ये तो सच है कि भगवान हैं...।' 
 
'आए हो मेरी जिंदगी में, पिया ऐसा जिया में समाय गयो रे, धीमे-धीमे गाऊं, अलबेला सजन आयो रे...' आदि हैं। 
 
फेरे और विदाई के गीत :
 
दुल्हन की विदाई व फेरों की रस्म में कुछ पुराने गीत आज भी प्रचलित हैं। इन गीतों में 'बाबुल की दुआएं लेती जा, सात फेरों के सातों वचन, दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है, जब तक पूरे ना हो फेरे सात हो तब तक...' आदि हैं।