शुक्रवार, 29 मार्च 2024
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Written By WD

किशोर कुमार का पैतृक मकान बिकेगा!

-सुनीता दास

किशोर कुमार का पैतृक मकान बिकेगा! -
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ख्यात गायक, हरफनमौला कलाकार स्वर्गीय किशोर कुमार की जन्मस्थली खंडवा में बना उनका पैतृक मकान, बिकने की कगार पर पहुँच चुका है। किशोर कुमार के पुत्र सुमित कुमार और अनूप कुमार के पुत्र अर्जुन कुमार, अपने लीगल एडवाइजर के साथ खंडवा पहुंचे। यहां उन्होंने प्रॉपर्टी ब्रोकर से चर्चा की और उनके साथ अपनी सम्पति का जायजा लिया।

किशोर कुमार के पैतृक मकान को स्मारक बनाने की मांग पिछले लम्बे समय से उठती रही है। खंडवा की कलाप्रेमी संस्थाओं की प्रशासन से बार-बार मांग की कि किशोर कुमार की यादों को सहेजा जाए। राज्य सरकार बंगले को खरीदकर उसे धरोहर मानते हुए स्मारक के रूप में विकसित करे। इसके लिए कलाप्रेमियों ने पोस्टकार्ड अभियान चलाकर राज्य के संस्कृति मंत्री को पत्र भी लिखे, लेकिन प्रशासन अब तक संजीदा नहीं हुआ। आज किशोर कुमार के पैतृक भवन बिकने की कगार पर पहुँच चुका है, जिससे किशोर प्रेमियों में निराशा का माहौल है।

खंडवा के बॉम्बे बाजार स्थित 'गांगुली हाउस' ने फिल्म इंडस्ट्री को एक एसा कलाकार दिया, जिसे उनके चाहने वाले किशोर कुमार के नाम से जानते हैं। किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को खंडवा में हुआ, जिस मकान में किशोर कुमार का जन्म हुआ, वह मकान जर्जर होकर गिरने की कगार पर है। किशोर प्रेमियों को छोड़कर किसी की भी इसमें दिलचस्पी नहीं है। पारिवारिक सम्पत्ति के बंटवारे में यह सम्पत्ति किशोर कुमार के छोटे भाई अनूपकुमार को मिली, जिसमें लीना चंदावरकर और अमित कुमार भी हिस्सेदार थे, लेकिन स्व. किशोर कुमार की इच्छा अनुरूप लीना चंदावरकर और अमित कुमार ने अपना हिस्सा अनूप कुमार के नाम कर दिया।

अनूप कुमार के स्वर्गवासी होने के बाद इस सम्पत्ति पर अनूप कुमार के पुत्र अर्जुन का मालिकी हक है, जो इसे सिर्फ प्रापर्टी मानते हैं। यही वजह रही कि किशोर कुमार के पुत्र सुमित कुमार और अनूप कुमार के पुत्र अर्जुन कुमार अपने लीगल एडवाइजर के साथ इस सम्पत्ति को बेचने सिलसिले में खंडवा पहुंचे। जब उनसे प्रापर्टी बेचे जाने के सिलसिले में मीडिया ने बात की तो वे यही कहते रहे कि वे तो सिर्फ अपना मकान देखने खंडवा आए हैं। मकान बेचे जाने की बात को उन्होंने अफवाह करार दिया।

किशोर कुमार के पैतृक मकान को स्मारक बनाने की मांग पिछले लम्बे समय से उठती रही है। खंडवा की कलाप्रेमी संस्थाओं की प्रशासन से बार-बार मांग की कि किशोर कुमार की यादों को सहेजा जाए। राज्य सरकार बंगले को स्मारक के रूप में विकसित करे। इसके लिए कलाप्रेमियों ने पोस्टकार्ड अभियान चलाकर राज्य के संस्कृति मंत्री को पत्र भी लिखे, लेकिन प्रशासन संजीदा नहीं हुआ। सम्पत्ति के मालिक अनूप कुमार के पुत्र अर्जुन कुमार ने कहा की प्रदेश सरकार की तरफ से उनके किसी भी प्रतिनिधि ने इस सिलसिले में उनसे कोई बात नहीं की।

किशोर कुमार के सबसे छोटे भाई अनूप कुमार के पुत्र अर्जुन कुमार ने सम्पत्ति बेचे जाने की बात को भले ही नकार दिया, लेकिन उनके किरायेदारों की माने तो मात्र अड़तालीस घंटे पहले मोहन विधानी, बाबा भाई सहित दो अन्य किरायेदारों ने मुंबई में अर्जुन कुमार से मुलाकात की थी। उन्हें अर्जुन कुमार ने इस बात का आश्वासन दिया की पिछले अस्सी वर्षों से उनके घर के बाहर जो ग्यारह किराएदारों को दूकान किराए पर दी गई है, मकान बेचे जाने पर उनका ध्यान रखा जाएगा।

किशोर कुमार के पैतृक मकान के परिसर में निर्मित ग्यारह दूकान के कुछ किरायेदारों के पास किरायेदारी से संबंधित वैध दस्तावेज है, बाबा भाई का साफ़ कहना है की अगर, उन्हें अपनी दुकान के स्थान पर दुकान या उचित मुआवजा नहीं मिलता है तो वे न्याय पाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे, वे किसी भी हद तक जा सकते हैं।

खंडवा का गांगुली हाउस, जिसके आंगन में नन्हे किशोर कुमार की किलकारियां गूंजा करती थीं, इस मकान के हर हिस्से में किशोरकुमार की यादें बसी हुई हैं, लेकिन उचित देख-रेख के अभाव में किशोर कुमार का घर अब खंडहर में तब्दील हो गया है। इसकी देखभाल करने वाले चौकीदार सीताराम प्रापर्टी बेचे जाने की बात सामने आने से परेशान हो उठे हैं, उन्हें इस बात की चिंता सताने लगी है कि अब उनका क्या होगा?

फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के लिए माया नगरी मुंबई जा बसे किशोर कुमार को खंडवा में सुकून मिलता था, वे अक्सर खंडवा आकर 'गांगुली हाउस' में रहते थे। उन्हें अपनी जन्मस्थली से इतना लगाव था की वे जहां भी जाते अपना परिचय किशोर कुमारखंडवे वाला के नाम से देते। जिस मकान में किशोर कुमार के गीत आबाद रहते थे, उनके परिजनों के आने से गांगुली हाउस का सन्नाटा तो कुछ समय के लिए ही सही दूर हुआ, लेकिन किशोर प्रेमियों को यह भय सताने लगा कि कहीं गांगुली हाउस को मात्र सम्पत्ति मानकर इसका सौदा कर दिया जाता है तो उनका यह कदम किशोर के चाहने वालो का दिल को तोड़ कर रख देगा।