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Last Updated : रविवार, 30 अगस्त 2015 (12:50 IST)

तीन साल पहले मिली थी शीना की लाश, उठे सवाल...

तीन साल पहले मिली थी शीना की लाश, उठे सवाल... - Shina murder case
मुंबई। रहस्यमयी शीना बोरा हत्याकांड से जुड़े रहस्य में पुलिस ने उस कार का पता लगा लिया जिसमें इस लड़की की हत्या की गई थी। दूसरी तरफ इसको लेकर भी सवाल खड़े हुए कि तीन साल पहले जब रायगढ़ जिले के पेण तालुक में शीना के कथित अवशेष बरामद किए गए थे तब हत्या अथवा दुर्घटनावश मौत का कोई मामला क्यों दर्ज नहीं किया गया था।
 
मुंबई पुलिस ने आज इस मामले के तीन प्रमुख आरोपियों-शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना तथा उसके ड्राइवर श्याम राय से पूछताछ जारी रखी। इन तीनों को उस स्थान पर ले जाया जाएगा जहां अप्रैल, 2012 में हत्या के एक महीने बाद शीना का शव मिला था।
 
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हमने कार का पता लगा लिया है। यह कार बीते तीन वर्षों में कई लोगों के पास रह चुकी है तथा हमने अभी इसे बरामद नहीं किया है।'
 
पुलिस ने यह भी कहा कि तीनों आरोपियों को मौका-ए-वारदात पर ले जाकर उस दृश्य को फिर से तैयार किया जाएगा। पुलिस ने तीनों आरोपियों के काल डाटा रिकॉर्ड भी मंगवाएं हैं।
 
उधर, पुलिस ने वस्तुत: स्वीकार किया कि जब 23 मई, 2012 को एक जला हुआ शव बरामद किया गया तो उसने निजी तौर पर ढुलमुल रवैया अपनाया। माना जा रहा है कि शीना की हत्या अप्रैल, 2012 में हुई थी।
 
रायगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक सुवेज हक ने अलीबाग में संवाददाताओं से कहा, 'जब साल 2012 में रायगढ़ से बरामद अवशेष जेजे अस्पताल को भेजे गए तो न तो किसी अपराध और न ही दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज की गई।'
 
इसी साल रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी संभालने वाले हक ने कहा, 'मुझे सभी गलत चीजों और खमियों की जांच का आदेश दिया गया है।' हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को तथ्यात्मक रिपोर्ट दे दी है। महानिरीक्षक (कोंकण क्षेत्र) ने जांच का आदेश दिया। हम इस जांच को जल्द पूरा कर लेंगे और रिपोर्ट पेश करेंगे।
 
बहरहाल, हक ने इस बारे में कुछ कहने से इंकार कर दिया कि पुलिस ने जब मानव कंकाल बरामद किए तो उसने तीन साल तक उदासीनता क्यों बरती।
 
हक ने कहा कि 23 मई, 2012 को एक प्रत्यक्षदर्शी ने जला हुआ शव देखा। पंचनामे के बाद तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने कोई मामला दर्ज नहीं किया। अवशेष को जेजे अस्पताल भेजे जाते समय इस बारे में थाने की डायरी में लिखा गया।
 
पुलिस अधीक्षक ने कहा, 'हम इसको देख रहे हैं कि मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया था। कल ही आईजी ने जांच का आदेश दिया। रिपोर्ट जल्द सौंपी जाएगी।'
 
पुलिस ने शीना की हत्या के मामले में अब तक इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय को गिरफ्तार किया है।
 
पेण तहसील से बरामद किए गए अवशेष डीएनए जांच के लिए भेजे गए हैं। अब इस मामले की जांच में पूरा ध्यान अवशेष के फोरेंसिक विश्लेषण की ओर चला गया है। हड्डियों और दूसरे अवशेषों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। इस जांच का नतीजा मामले में काफी अहम होगा।
 
मुंबई स्थित जेजे अस्पताल ने कल खार थाने को कुछ हड्डियां सौंपी थी। इंद्राणी और मिखाइल के खून एवं बाल के नमूने भी एकत्र किए गए और फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को भेजे गए हैं। इसकी रिपोर्ट तीन-चार दिनों में मिल जाने की उम्मीद है।
 
इस मामले से जुड़े लोगों के आपसी रिश्तों की पहेली में संदेह है कि इंद्राणी को राहुल के साथ शीना के संबंध पसंद नहीं थे।
 
अपराध में खन्ना की कथित संलिप्तता के सिलसिले में जांचकर्ता 24 अप्रैल, 2012 को हुए हत्याकांड की एक वजह में आर्थिक कारणों को भी देख रहे हैं।
 
अगले पन्ने पर... मामले को उलझा रहे हैं इंद्राणी और संजीव खन्ना
 

शीना बोरा हत्याकांड को एक नया मोड़ देते हुए इंद्राणी मुखर्जी और उसके पूर्व पति संजीव खन्ना ने पुलिस की पूछताछ के दौरान अपराध के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया।
 
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंद्राणी, उसके ड्राइवर श्याम राय और खन्ना से कल खार पुलिस थाने में पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपराध के लिए एक'दूसरे पर दोष मढ़ा। दोनों ने खन्ना और इंद्राणी ने पूछताछ के दौरान अस्पष्ट जवाब दिए।
 
इंद्राणी के पुत्र और शीना के भाई मिखाइल बोरा से भी बांद्रा के एक होटल में पूछताछ की गई।
 
पुलिस मिखाइल के इस दावे की भी जांच कर रही है कि इंद्राणी और संजीव की 24 अप्रैल, 2012 को शीना से मुलाकात करने और उसे अपने साथ ले जाने से कुछ घंटे पहले इंद्राणी ने मिखाइल को भी कथित तौर पर नशीला पदार्थ दिया था। मिखाइल का कहना है कि जब तक वह लोग वापस आते, वह वहां से भाग निकला। शीना की इसी दिन कथित हत्या की गई थी।