गुरुवार, 18 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
  4. Raksha Bandhan
Written By
Last Modified: गुरदासपुर , शनिवार, 29 अगस्त 2015 (17:56 IST)

रक्षाबंधन की परंपरा को जीवित रखे हुए है शहीद की बहन

रक्षाबंधन की परंपरा को जीवित रखे हुए है शहीद की बहन - Raksha Bandhan
गुरदासपुर। जालंधर निवासी अमृतपाल कौर ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध में करीब 40 वर्ष पूर्व अपना भाई खो दिया था लेकिन वह हर वर्ष रक्षाबंधन के अवसर पर जिले में स्थित अपने भाई के स्मारक जाकर वहां राखी रखती हैं।
 
65 वर्षीय कौर के भाई कमलजीत सिंह चार दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सैनिकों के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हो गए थे। कौर रक्षाबंधन के अवसर पर गुरदासपुर जिले के बामियाल सेक्टर में स्थित अपने भाई के स्मारक पर जाती हैं।
 
कमलजीत सिंह सीमा सुरक्षाबल की 20 बटालियन में एक वायरलेस ऑपरेटर थे। उन्हें सिंबल सीमा चौकी (बीओपी) पर तैनात किया गया था।
 
बीएसएफ के जवानों की मदद से सिंबल सीमा चौकी पहुंची कौर ने कहा कि वह हर वर्ष रक्षाबंधन का बेसब्री से इंतजार करती हैं और अपने शहीद भाई के स्मारक पर राखी रखती हैं। वह इलाके में तैनात बीएसएफ के जवानों को भी राखी बांधती हैं। (भाषा)