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Last Modified: जम्मू , शनिवार, 28 फ़रवरी 2015 (20:44 IST)

मुफ्ती मोहम्मद सईद रविवार को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ

मुफ्ती मोहम्मद सईद रविवार को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ - Mufti Mohammad Saeed
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में 49 दिनों से चला आ रहा राज्यपाल शासन रविवार को पीडीपी नेता मुफ्ती मोहम्मद सईद के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही खत्म हो जाएगा। राज्य में सईद के नेतृत्व में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार बनने जा रही है।

राज्यपाल एनएन वोहरा जम्मू में 79 वर्षीय सईद को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी एवं मुरली मनोहर जोशी शामिल होंगे। वोहरा ने सईद को सरकार के गठन के लिए आमंत्रित किया है।

सईद के नेतृत्व में बनने जा रही इस सरकार में कुल 25 लोग हो सकते हैं। पीडीपी के 12 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं और भाजपा के भी 11 विधायकों के मंत्री बनने की संभावना है। भाजपा के निर्मल सिंह उप मुख्यमंत्री होंगे।

अलगाववाद से मुख्यधारा की राजनीति में कदम रखने वाले बने पीपुल्स कांफ्रेस के नेता सज्जाद लोन भी सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। उन्होंने पहले शपथ के लिए जम्मू की फ्लाइट बुक की थी, लेकिन मनपसंद विभाग नहीं मिलने की स्थिति में उन्होंने इसे रद्द कर दिया।

बहरहाल, बातचीत के बाद लोन को दूसरे मंत्रालय के लिए राजी किया गया और वह कश्मीर से सड़क मार्ग के जरिए जम्मू पहुंचे हैं। उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनकी ओर से फोन का कोई जवाब नहीं दिया गया।

शपथ ग्रहण के बाद सबकी निगाहें पीडीपी एवं भाजपा की ओर से जारी किए जाने वाले साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर होंगी।

गौर करने वाली सबसे दिलचस्प बात यह होगी कि दोनों दल धारा 370 तथा आफ्सपा जैसे विवादित मुद्दों को लेकर कैसे निपटते हैं। साझा न्यूनतम कार्यक्रम कल दोपहर में जारी होगा। दोनों पार्टियों के बीच करीब दो महीने से बातचीत चल रही थी।

जिन प्रमुख चेहरों को सईद सरकार में जगह मिल सकती है उनमें हसीब द्राबू, अब्दुल रहमान वीरी और नईम अख्तर (पीडीपी) शामिल हैं।

बीते 23 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। 28 विधायकों के साथ पीडीपी सबसे बड़ी और 25 विधायकों के साथ भाजपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस 12 सीटें मिली थीं। (भाषा)