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Written By सुरेश एस डुग्गर
Last Updated :श्रीनगर , शनिवार, 18 अप्रैल 2015 (00:29 IST)

कश्मीर में जबरदस्त हिंसा, तिरंगा जलाया

कश्मीर में जबरदस्त हिंसा, तिरंगा जलाया - Msrt Alam
श्रीनगर। कट्टरपंथी अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की गिरफ्तारी के बाद कश्मीर जल उठा है। कश्मीर के कई हिस्सों में जबरदस्त हिंसा हुई है। हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अलगाववादी समर्थक त्राल मार्च को लेकर सारा दिन उग्र रुख अपनाए रहे। त्राल मार्च पर रोक के बावजूद अलगाववादी समर्थक मार्च निकालने पर अड़े रहे।
विरोधियों को रोकने के लिए पुलिस ने कई स्थानों आंसूगैस छोड़ी, लाठीचार्ज किया और हवा में गोलियां भी चलाईं। समाचार भिजवाए जाते समय तक पुलिस और विरोधियों में कई स्थानों पर झड़पें जारी थीं। प्रदर्शनकारियों की ओर से पत्थरबाजी की भी खबरें मिल रही हैं। इससे पहले विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पथराव भी किया और कुछ लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज भी जला दिया था।
 
मसर्रत की गिरफ्तारी पर राजनीतिक दलों और अलगाववादी नेताओं की प्रतिक्रिया भी आने लगी है। अलगाववादी नेता मीरवायज उमर फारूक ने कहा कि प्रदेश की मुफ्ती सरकार ने भाजपा के समक्ष समर्पण कर दिया है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उधर घाटी में पुलिस और अलगाववादी समर्थकों के बीच हो रही झड़प और पत्थरबाजी पर भाजपा नेता और जम्मू कश्मीर मामले के प्रभारी राम माधव ने कहा कि प्रदेश सरकार कानून और व्यवस्था के मामले से पूरी सख्ती से निबटेगी।
 
इससे पहले सरकार ने कहा था कि मसर्रत को विद्रोहात्मक गतिविधियों के चलते गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच जारी है। वीडियो फुटेज जांचने के बाद सामने आया कि मसरतपाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए भीड़ का नेतृत्व कर रहा था। उस भीड़ ने भी पाक के झंडे के साथ पाक के समर्थन में नारे लगाए।

दरअसल, चौतरफा दबाव के बाद आखिरकार आज अलगाववादी मसर्रत आलम को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मसरतको आज सुबह उसके घर से गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसे बडगाम ले जाया गया।
 
मसर्रत की गिरफ्तारी के बाद कश्मीर घाटी में भारी तनाव है। गिरफ्तारी से पहले मसर्रत ने एक चैनल से बातचीत में कहा था कि गिरफ्तारी उसके लिए कोई नई बात नहीं है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा। हिरासत उसके इरादों को रोक नहीं सकती।
 
मामले की गंभीरता को देखते हुए भाजपा भी कड़ा रुख अपनाए हुए है। भाजपा महासचिव राम माधव मसरत के मुद्दे को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद और उप मुख्यमंत्री निर्मलसिंह से मुलाकात करने वाले हैं। पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि उनकी पार्टी की नीति स्पष्ट है। पार्टी के नेता नलिन कोहली ने कहा कि हम राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
 
इससे पहले गुरुवार को मसर्रत सहित छह अलगाववादियों को अपने अपने घरों में नजरबंद कर दिया गया था। इनमें गिलानी और मीरवायज मौलवी फारूक शामिल है, लेकिन पूरे देश में इस बात को लेकर काफी नाराजगी थी कि खुलेआम सड़कों पर राष्ट्रविरोधी गतिविधि में शामिल होने के बावजूद उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है। इस बात के लिए मुफ्ती सरकार पर भारी दबाव था।
 
इन दबावों के आगे मुफ्ती सरकार को झुकना पड़ा और आज सुबह मसर्रत को गिरफ्तार कर लिया गया। सरकार में शामिल भाजपा इन बातों के लेकर काफी नाराज थी। भाजपा के मंत्रियों ने चेतावनी दी थी कि अगर मसर्रत को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं होंगे।
 
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता मीरवायज उमर फारूक ने शुक्रवार की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और इसके बाद फिर मार्च निकाला। इस दौरान मीरवायज ने कहा कि पीडीपी सरकार ने बीजेपी के सामने घुटने टेक दिए हैं। 
 
आफस्पा के कारण बेकसूर मारे जा रहे हैं। वक्त आ गया है कि अब इस एक्ट को खत्म कर दिया जाए। एनकाउंटर फर्जी था, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने इस मसले पर अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए।
 
अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की गिरफ्तारी में देरी के आरोपों से बीजेपी नेता और जम्मू कश्मीर में डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने इनकार किया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी में देर नहीं की गई। पहले दिन एफआईआर दर्ज की गई और अगले ही दिन जरूरी कानूनी कार्रवाई की गई। उसके खिलाफ जो भी कार्रवाई की गई है वह कानून के मुताबिक है। बता दें कि बीजेपी पर कांग्रेस सहित अन्य दलों ने आरोप लगाया था कि भारत के खिलाफ गतिविधि चलाने पर भी मुफ्ती सरकार मसर्रत को गिरफ्तार नहीं कर रही है।
 
शुक्रवार को मसर्रत आलम की गिरफ्तारी को राज्य सरकार ने सही ठहराया था। जम्मू कश्मीर सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 15 मार्च को श्रीनगर में पाकिस्तान का झंडा फहराने वाली भीड़ का मसर्रत ने नेतृत्व किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।