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Last Modified: शुक्रवार, 1 जुलाई 2016 (22:16 IST)

रविवार तक दिल्ली पहुंचेगा मानसून

रविवार तक दिल्ली पहुंचेगा मानसून - Monsoon, Delhi, Meteorological Department,
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून के रविवार तक दिल्ली पहुंच जाने का अनुमान है। मौसम विभाग ने आज बताया कि मानसून दो दिन में दिल्ली तथा चंडीगढ़ पहुंच जाएगा। रविवार तक यह हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश के पूरे भूभाग में सक्रिय हो जाएगा। साथ ही पंजाब एवं हरियाणा के अधिकतर इलाकों में इसके सक्रिय होने तथा पूर्वी राजस्थान में कुछ और आगे बढ़ने के लिए भी परिस्थितियां अनुकूल हैं। 
विभाग ने शनिवार तथा रविवार को दिल्ली एवं चंडीगढ़, कोंकण एवं गोआ, असम एवं मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा शनिवार को उत्तराखंड के कुछ स्थानों तथा हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल के तराई वाले इलाकों एवं सिक्किम में छिटपुट पर भी भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। 
उसने कहा है कि जम्मू-कश्मीर, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल के गंगा के दोआब, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा तथा तटीय कर्नाटक में भी भारी बारिश के आसार हैं।
 
रविवार को पश्चिम बंगाल के तराई वाले इलाकों एवं सिक्किम में कुछ स्थानों पर तथा उत्तराखंड तथा पश्चिमी उत्तरप्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के दोआब, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, तटीय कर्नाटक तथा केरल में भी रविवार को भारी बारिश के आसार हैं। (वार्ता)
 
समान नागरिक संहिता की संभावनाओं पर अध्ययन होगा : गौड़ा
नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्री डीवी सदानन्द गौड़ा ने विधि आयोग से देश में समान नागरिक संहिता को लागू करने की संभावनाओं का अध्ययन करके इस बारे में रिपोर्ट देने को कहा है। गौड़ा ने एक निजी टेलीविजन चैनल के साथ बातचीत में कहा कि उन्होंने विधि आयोग से समान नागरिक संहिता के बारे में रिपोर्ट देने को कहा है।
 
उन्होंने पहले कहा था कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे की पड़ताल और समुचित आकलन के लिए विधि आयोग के पास भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमने विधि आयोग से इस मुद्दे पर विचार विमर्श करने के लिए कहा है। यह हमारी पार्टी का एजेंडा है और इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के बाद ही कोई कार्रवाई करेगी। इस पर व्यापक सलाह-मशविरे की जरूरत है। इसका गहराई से अध्ययन किए जाने की जरूरत है।
 
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर आम सहमति बनाने के लिए विभिन्न पसर्नल लॉ बोर्डों और अन्य पक्षों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा और इस प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है। संविधान की प्रस्तावना और उसका अनुच्छेद 44 में भी कहता है कि एक समान नागरिक संहिता की जरूरत है। इस पर व्यापक विचार-विमर्श करने की जरूरत है।
 
कानून मंत्री ने कहा कि कोई निर्णय एक या दो दिन के भीतर नहीं लिया जा सकता है। इसमें समय लगता है। समान नागरिक संहिता लागू करना भाजपा के चुनावी घोषणा-पत्र का हिस्सा है।देश में हर प्रमुख धार्मिक समुदाय के रीति रिवाजों पर आधारित पर्सनल ला के स्थान पर समान नागरिक संहिता लाने के लिए इससे संबंधित प्रस्ताव लाया गया है। उन्होंने कहा कि पसर्नल लॉ लोक कानून से भिन्न हैं और इसके अंतर्गत विवाह, तलाक, गुजारा-भत्ता आदि विषय आते हैं। (वार्ता)
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