Last Updated :बेंगलुरु , शनिवार, 18 अक्टूबर 2014 (17:26 IST)
जयललिता जेल से रिहा, समर्थकों ने मनाई दिवाली
बेंगलुरु। करोड़ों रुपए की आय से अधिक की संपत्ति रखने के मामले में पिछले 21 दिन से जेल की सजा काट रहीं तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक की महासचिव जयललिता को आखिरकार शनिवार को बेंगलुरु के केंद्रीय जेल से रिहा कर दिया गया।
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री की रिहाई की खबर सुनकर अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। कई उत्साही कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के काफिले में घुस गए, जिससे पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
जयललिता के साथ ही इस माममे में जेल में बंद 3 अन्य दोषियों, उनकी करीबी सहयोगी शशिकला, पूर्व मुख्यमंत्री के दत्तक पुत्र वीएन सुधाकरन और इलावरासी को भी रिहा कर दिया गया।
इन चारों को सशर्त जमानत पर रिहा करने का आदेश उच्चतम न्यायालय की ओर से शुक्रवार को ही जारी कर दिया गया था, लेकिन आदेश की प्रति इन्हें सजा सुनाने वाली विशेष अदालत तक पहुंचने और फिर वहां से जेल प्रशासन को भेजे जाने तथा रिहाई की औपचारिकताएं पूरी करने में वक्त लगने के कारण सभी दोषियों को शुक्रवार की बजाय शनिवार को रिहा किया गया।
जयललिता की रिहाई की खबर से उनके समर्थकों और राजनीतिक सहयोगियों में खासा जोश और उत्साह उमड़ पड़ा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम, उनके मंत्रिमडल के सहयोगी और कई विधायक अपनी प्रिय नेता की अगवानी के लिए पहले से ही बेंगलुरु पहुंच चुके थे। बड़ी संख्या में अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ता और जयललिता के समर्थक भी जेल परिसर के आसपास के इलाकों में भीड़ लगाए खड़े थे।
हालांकि पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाते हुए जेल परिसर के आसपास के बड़े इलाके को घेर लिया था और वहां तक किसी को भी पहुंचने की इजाजत नहीं दी थी
जयललिता के परपन्ना अग्रहार जेल से निकलते ही उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच गाड़ी तक ले जाया गया, जहां से वह सड़क रास्ते से वे सीधे एचएएल के हवाई अड्डे के लिए निकल गईं। वे शनिवार को ही विमान से चेन्नई जा रही हैं। (एजेंसियां)