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Written By Author सुरेश एस डुग्गर
Last Modified: श्रीनगर , सोमवार, 12 अक्टूबर 2015 (19:13 IST)

मुफ्ती के दौरे से पूर्व विस्फोट ने खोली सुरक्षा की पोल

मुफ्ती के दौरे से पूर्व विस्फोट ने खोली सुरक्षा की पोल - Jammu and Kashmir
श्रीनगर। आतंकियों ने मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद के दौरे से पहले विस्फोट कर न सिर्फ अपनी उपस्थिति को दर्शाया है बल्कि उन्होंने यह भी साबित कर दिया कि कश्मीर में आतंकी अभी भी जहां चाहें मार करने की क्षमता रखते हैं। 
 
हालांकि सारे मामले पर सुरक्षाधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है पर गुप्तचर अधिकारी कहते हैं कि इस विस्फोट ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। इस बीच दूसरी ओर उधमपुर जिले में कश्मीर आ रहे एक ट्रक और उसके चालक पर हुए हमले के विरोध में सोमवार को कश्मीर बंद पूरी तरह से कामयाब रहा।
 
शोपियां जिले में आज एक नवनिर्मित छोटे सचिवालय के बाहर बारूदी सुरंग में विस्फोट हो गया। मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद आज इस सचिवालय का उद्घाटन करने वाले थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बारूदी सुरंग में विस्फोट की यह घटना दिन में सवा ग्यारह बजे हुई, हालांकि इसमें किसी के मारे जाने की खबर नहीं है।
 
हालांकि सईद का सचिवालय उद्घाटन का कार्यक्रम अलगाववादी संगठनों की ओर से बुलाई गई हड़ताल के कारण सुबह ही रद्द कर दिया गया था। जम्मू में उधमपुर जिले में 10 अक्टूबर को कश्मीर जा रहे एक ट्रक पर कुछ शरारती तत्वों की ओर से किए गए पेट्रोल बम हमले के विरोध में अलागाववादी संगठनों ने बंद का आयोजन किया था।
 
समारोह में मुख्यमंत्री के अलावा कई बड़े सरकारी अधिकारी भी पहुंचने वाले थे। ऐसे में सचिवालय का उद्घाटन कार्यक्रम रद्द होने के बावजूद यहां पर बारूदी सुरंग विस्फोट की घटना से सुरक्षा इंतजामों को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
 
दूसरी ओर कारोबारी संस्थाओं की ओर से बुलाई गई हड़ताल के कारण कश्मीर में सोमवार को आम जनजीवन बाधित रहा। यह हड़ताल पिछले सप्ताह उधमपुर से घाटी जा रहे एक ट्रक पर हुए हमले के विरोध में बुलाई गई थी। इसका समर्थन अलगाववादी समूहों ने भी किया था।
 
कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन और कश्मीर इकोनॉमिक अलायंस ने हड़ताल का आह्वान किया, जिसके कारण स्कूल, दुकानें और अन्य कारोबारी संस्थान बंद रहे। सार्वजनिक परिवहन जहां सड़कों से नदारद रहा, वहीं टैक्सी सहित निजी वाहनों की सड़कों पर आवाजाही सामान्य रही। सार्वजनिक परिवहन की अनुपलब्धता के कारण सरकारी कार्यालयों में लोगों की उपस्थिति कम रही।
 
शुक्रवार की रात जम्मू में कश्मीर स्थित एक ट्रक पर किए गए कथित पेट्रोल बम हमले के विरोध में कारोबारी संस्थाओं ने इस हड़ताल का आह्वान किया था। हमले में एक पुलिसकर्मी सहित तीन लोग घायल हो गए थे। हमले में बुरी तरह जलने से घायल दो कश्मीरियों को इसके बाद उपचार के लिए दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।