शनिवार, 20 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
  4. Caesareans, children, hospital,
Written By
Last Modified: बुधवार, 1 मार्च 2017 (21:06 IST)

सीजेरियन के जरिए बच्चे पैदा करना एक धंधा बन गया...

सीजेरियन के जरिए बच्चे पैदा करना एक धंधा बन गया... - Caesareans, children, hospital,
मुंबई। एक आरटीआई अर्जी के जवाब में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के जन स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि निजी अस्पतालों में सीजेरियन ऑपरेशनों के जरिए बच्चे पैदा करने के मामलों में काफी उछाल आया है।

 
विभाग के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय से ऑनलाइनआरटीआई डॉट कॉम की ओर से प्राप्त की गई सूचना से खुलासा हुआ कि वर्ष 2010 से 2015 के बीच सरकारी अस्पतालों की तुलना में निजी अस्पतालों में सीजेरियन ऑपरेशनों के जरिए बच्चे पैदा करने के मामले में अच्छा-खासा उछाल आया।
 
इस मुद्दे पर ‘चेंज डॉट ओआरजी’ पर एक ऑनलाइन अर्जी शुरू करने वाली शोधकर्ता सुवर्णा घोष ने आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा, सीजेरियन के जरिए बच्चे पैदा करना एक धंधा बन गया है। अस्पताल और डॉक्टर महिलाओं से पैसे बना रहे हैं और उन्हें ऑपरेशन से डिलिवरी की तरफ धकेल रहे हैं। घोष का समर्थन करने वाले संगठन ऑनलाइनआरटीआई डॉट कॉम ने जुलाई 2016 में आरटीआई के तहत अर्जी दायर की थी।
 
मुंबई में सीजेरियन ऑपरेशन का वषर्वार आंकड़ा विभाग के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय ने सितंबर 2016 में मुहैया कराया।संगठन ने घोष के साथ इन आंकड़ों को साझा किया है।
 
आंकड़ों के मुताबिक, 2010 में मुंबई के निगम एवं सरकारी अस्पतालों में 87,509 सामान्य डिलीवरी हुई, जबकि 9,593 सीजेरियन डिलिवरी हुई। निजी अस्पतालों में 59,540 सामान्य डिलिवरी हुई जबकि 21,299 सीजेरियन डिलिवरी हुई।
 
साल 2015 में सरकारी एवं निगम अस्पतालों में 64,816 सामान्य डिलिवरी जबकि 21,744 सीजेरियन डिलिवरी हुई। इसी साल निजी अस्पतालों में 44,732 सामान्य डिलिवरी जबकि 34,465 सीजेरियन डिलिवरी हुई। (भाषा)
ये भी पढ़ें
5जी के लिए नोकिया और एयरटेल आएंगे साथ