बुधवार, 24 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. एनआरआई
  3. खास खबर
  4. Rajesh Agarwal Deputy Mayor of London
Written By
Last Updated : गुरुवार, 30 जून 2016 (19:54 IST)

इंदौर के राजेश अग्रवाल बने लंदन के डिप्टी मेयर

इंदौर के राजेश अग्रवाल बने लंदन के डिप्टी मेयर - Rajesh Agarwal Deputy Mayor of London
इंदौर शहर के रहने वाले राजेश अग्रवाल ब्रिटेन की राजधनी लंदन के डिप्टी मेयर (बिजनेस) बने। पाकिस्तानी मूल के मेयर सादिक खान ने उनकी नियुक्ति की घोषणा की। 39 वर्षीय राजेश अग्रवाल मेयर चुनाव के दौरान खान के व्यावसायिक सलाहकार की भूमिका निभा चुके हैं। लंदन के पहले मुस्लिम मेयर खान ने पिछले महीने शपथ ली थी। राजेश के बड़े भाई योगेश अग्रवाल इंदौर में एचडीएफसी में कार्यरत हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने राजेश अग्रवाल के डिप्टी मेयर बनने पर प्रसन्नता जताई और उन्हें बधाई दी।

गौरतलब है कि लंदन में डिप्टी मेयर का संवैधानिक पद तो एक ही होता है, लेकिन वहां के मेयर विषय विशेषज्ञों को डिप्टी मेयर मनोनीत करते हैं। इसी कड़ी में राजेश अग्रवाल को विषय विशेषज्ञ के रूप में डिप्टी मेयर मनोनीत किया गया है। वर्तमान में लेबर पार्टी से ताल्लुक रखने वाले जॉन मैकार्टनी लंदन के डिप्टी मेयर है। जॉन का कार्यकाल 9 मई 2016 से शुरू हुआ है। 
 
खान ने कहा कि ब्रेक्जिट के कारण नौकरियों पर पैदा संकट खत्म करने और लंदन के विकास की रफ्तार बरकरार रखने के लिए अग्रवाल सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं। वहीं, अग्रवाल ने कहा कि कारोबारी जगत की दुविधाओं को दूर करना उनकी प्राथमिकता होगी।
 
भारतीय मूल के राजेश अग्रवाल का जन्म 9 जून 1977 को इंदौर में हुआ था। उन्होंने सेंट पॉल हायर सेकेंडरी स्कूल स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद इंदौर के ही प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैंनेजमेंट से बीबीए किया है। 22 वर्ष की उम्र में वे नौकरी करने के लिए चंडीगढ़ चले गए थे, जहां उन्हें पांच हजार रुपए प्रति माह सैलरी मिलती थी। 
 
उन्होंने कहा कि 15 साल पहले जब मैं पहली बार लंदन आया तो इस शहर ने बांह खोलकर मेरा स्वागत किया। मुझे अजनबी होने का अहसास नहीं होने दिया है। इस माहौल को बनाए रखना मेरी मुख्य जिम्मेदारी है। उल्लेखनीय है कि अग्रवाल लंदन में विदेश मुद्रा का कारोबार करने वाली कंपनी रेशनलएफएक्स चलाते हैं।

बीते साल इस कंपनी ने 1.3 अरब पौंड (करीब 118 अरब रुपए) का कारोबार किया था। इंटरनेशल मनी ट्रांसफर क्षेत्र में सेंडपे नाम से भी उनकी कंपनी है। नौ करोड़ पौंड की इस कंपनी को संडे टाइम्स की सूची में भी जगह मिल चुकी है।