भारतीयों के लिए लोकप्रिय शिक्षा स्थान के तौर पर उभरा ऑस्ट्रेलिया
मेलबोर्न। भारतीय छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया एक लोकप्रिय शिक्षा स्थान के तौर पर तेजी से उभर रहा है, क्योंकि इस साल पहले 4 महीनों के दौरान भारतीय छात्रों का पंजीकरण बढ़कर 48,000 हो गया है, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान यह करीब 37,000 था।
ऑस्ट्रेलिया में विश्वविद्यालयों और संस्थानों में विदेशी छात्रों को भेजने के मामले में चीन के बाद भारत दूसरे स्थान पर बना रहा।
इस साल पहले 4 महीनों (जनवरी-अप्रैल) में छात्रों की कुल संख्या पिछले साल के 36,964 की तुलना में 48,311 थी।
जिन क्षेत्रों में छात्रों के पंजीकरण की संख्या बढ़ी है उनमें उच्च शिक्षा का क्षेत्र शामिल है। इसमें जनवरी-अप्रैल के दौरान छात्रों के पंजीकरण की संख्या पिछले साल रहे 17,694 की तुलना में 25,439 थी।
वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (वीईटी) क्षेत्र में इसी समय में भारत से आने वाले छात्रों का पंजीकरण इस साल 18,350 से अधिक था, जो पिछले साल 16,772 था।
ऑस्ट्रेलिया के सभी राज्यों में से विक्टोरिया में उच्च शिक्षा के लिए सर्वाधिक भारतीय छात्रों का पंजीकरण हुआ, जो इस साल जनवरी-अप्रैल के दौरान 11,000 से अधिक था। पिछले साल इसी समय में यह संख्या 7,611 से अधिक था।
मेलबोर्न स्थित भारतीय महावाणिज्य मोनिका जैन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भारत के साथ विक्टोरिया का कारोबार बहुत सकारात्मक था और ऑस्ट्रेलियाई राज्य में भारतीय छात्रों का बाजार वाकई में बढ़ा है।
एनएसडब्ल्यू के श्रममंत्री ल्यूक फोले ने हाल में भारतीय छात्रों के लिए भविष्य में ऑस्ट्रेलिया के दरवाजे खोलने की मांग की थी। (भाषा)