शेयरों में बदलनी होगी निवेश रणनीति
अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बढ़ते बंटाढार से भारतीय शेयर बाजार में सुधार के संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं। अमेरिकी प्रशासन ने कर्ज नीति में सुधार के साथ दो सौ अरब डॉलर का पैकेज जरूर घोषित किया है, लेकिन इस बीच कार्लाइल फंड का डिफाल्टर होना और बेयर स्टनर्स को कठिन परिस्थिति में से उबारने के लिए फैडरल रिजर्व, जेपी मार्गन की सहायता यह बताती है कि सबप्राइम का संकट लंबा चलेगा। भारतीय अर्थव्यवस्था के फंडामेंटल मजबूत होने के बावजूद शेयर बाजार में तेजी अभी दूर रहेगी। निवेशकों के लिए बेहतर होगा कि वे अपनी निवेश रणनीति बदले और शॉर्ट सेलिंग का सहारा ले।घरेलू औद्योगिक उत्पादन के आँकड़े जनवरी महीने के लिए कमजोर आने के बावजूद वित्तमंत्री को जीडीपी साढ़े आठ फीसदी से अधिक रहने की उम्मीद है। वित्तमंत्री के इस भरोसे के बावजूद निवेशकों का विश्वास नहीं लौटता दिख रहा है। आम निवेशक अब यह मानने लग गया है कि शेयर बाजार के अच्छे दिन लौटने में कम से कम छह से आठ महीने का समय लगेगा। शेयर बाजार के लिए यह वर्ष जितना बुरा वर्ष साबित हो रहा है उसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी। इस वर्ष अब तक दुनिया भर के निवेशकों के 3.3 खरब डॉलर साफ हो चुके हैं। एशिया में पिछले साल बेहतर प्रदर्शन करने वाले चीन और भारतीय बाजार इस साल अपनी 20 फीसदी कीमत खो चुके हैं। इस साल के पहले 75 दिनों में विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी बाजार से 3.2 अरब डॉलर वापस खींच चुके हैं।पिछले पाँच दिनों में देसी और विदेशी निवेशकों ने दस करोड़ डॉलर की शुद्ध बिकवाली की है। भारतीय म्युच्युअल फंडों पर अब रिडम्पशन के दबाव की आहट सुनाई दे रही है जिसकी वजह से अब वे नई खरीद आक्रामक ढंग से नहीं कर रहे हैं।भारत-अमेरिका के बीच परमाणु संधि पर 17 मार्च को यूपीए की बैठक है, जिसमें कांग्रेस व वामपंथियों के बीच खटराग बढ़ा तो शेयर बाजार को संभालना कठिन हो सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक से कमजोर पड़ी कंज्यूमर माँग को बढ़ाने के लिए ब्याज दर में कटौती की उम्मीद की जा रही है। अमेरिकी फैड रिजर्व की बैठक 18 मार्च को होगी, जिसमें ब्याज दर में आधा से पौना फीसदी कटौती की उम्मीद की जा रही है, लेकिन ब्याज दर में कटौती रामबाण इलाज नहीं है। भारतीय शेयर बाजार के लिए 17 मार्च से शुरू हो रहा सप्ताह केवल तीन दिन का है। गुरुवार 20 मार्च को ईद और 21 मार्च को होली की छुट्टी है। इस तरह यह सप्ताह केवल तीन दिन का है। इस सप्ताह रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी फ्रंटरनर की भूमिका में दिखाई देंगे। इसके अलावा मारुति सुजूकी, कोलगेट पामोलिव इंडिया, कार्बोरेंडम यूनिवर्सल, कालिंदी रेल निर्माण, लयका लैब्स, पीएसएल, मैक्स इंडिया, पावर ग्रिड कार्पोरेशन, ओनमोबाइल ग्लोबल, तुलसी एक्सट्रुशन, रुचि सोया पर ध्यान दे सकते हैं।बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स के इस सप्ताह 15222 अंक से नीचे आकर बंद होता है तो यह 14866 अंक तक जा सकता है। सेंसेक्स के ऊपर में उठने पर 16367 अंक की संभावना है। निफ्टी यदि 4585 अंक से नीचे बंद होता है तो यह 4511 अंक तक जा सकता है। ऊपर में इसकी संभावना 4934 अंक की है।• यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।