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Written By WD
Last Modified: गुरुवार, 20 दिसंबर 2007 (11:05 IST)

जीत के लिए खुद को करें तैयार

जीत के लिए खुद को करें तैयार -
-कमल शर्मा
दुनियाभर के शेयर बाजारों में आई गिरावट के लपेटे से भारतीय शेयर बाजार बच नहीं पाए हैं और बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स अपने उच्‍च स्‍तर से तकरीबन 1200 अंक नीचे आ गया है।

'वेबदुनिया' में 17 दिसंबर को ‘पेड़ छू नहीं सकता आकाश को’ आलेख में हमने बताया था कि इस सप्‍ताह बाजार का स्‍वाद कड़वा बन सकता है और हुआ भी यही।

असल में हर गिरावट के बाद एक उछाल आता है, लेकिन सच्‍चा खिलाड़ी वह है जो हर बड़ी गिरावट में बेहतर शेयर छोटी-छोटी मात्रा में खरीदता है।

आपको कई बार यह लगता है कि मैंने अमुक कंपनी के शेयर नहीं लिए या चूक गया, लेकिन ऐसी गिरावट आपको बेहतर कंपनियों या अपनी पसंदीदा कंपनियों के शेयर खरीदने के मौके देती है।

गिरावट के समय जो सबसे बड़ा मंत्र है, पहले आप शांत मन से अपनी पसंदीदा कंपनियों की सूची का विश्‍लेषण करें और यह देखें कि जिन कंपनियों के शेयर आप खरीदना चाहते हैं उनके नतीजे पिछले तीन सालों में किस तरह के आए हैं, प्रबंधन कैसा है, जिस क्षेत्र से कंपनी जुड़ी हैं, उस उद्योग का भविष्‍य कैसा है।

शेयर खरीदने के बाद आपकी होल्डिंग क्षमता कैसी है। इस तरह के अनेक कारक हैं जिन पर आप विचार कर हर गिरावट में बेस्‍ट कंपनियों के शेयर ले सकते हैं, लेकिन याद रखिए आपकी यह खरीद छोटी-छोटी मात्रा में होनी चाहिए ताकि अगली गिरावट के समय आपके पास लिक्विडिटी बनी रहे।

जब हम कोई साहसी खेल खेलते हैं तो उसमें उतार-चढ़ाव नहीं हो तो आनंद नहीं आता। जैसे क‍ि क्रिकेट में कई बार गेंद और रनों की संख्‍या में इस तरह का अंतर आ जाता है कि अब कौन जीतेगा, अब कौन हारेगा, हम यही सोचते रहते हैं और अंदर एक तरह का रोमांच महसूस करते हैं, प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हैं। अरे, मार गेंद को या फिर निकाल यह विकेट। ठीक इसी तरह शेयर बाजार में होने वाला उतार-चढ़ाव सच्‍चे निवेशक को एक आनंद देता है।

बीएसई बुधवार 19 दिसंबर को थोड़ा-सा सुधरकर जरूर बंद हुआ, लेकिन दिनभर में सेंसेक्‍स ने खूब रोमांचक खेल खेला। इस खेल में यदि आनंद नहीं होगा तो मजा नहीं आएगा।

शेयर बाजार लगातार बढ़ता रहे या घटता रहे, तो अनेक निवेशक बोरियत महसूस कर बाहर निकल जाएँगे, लेकिन जब उतार-चढ़ाव आता है तो आप अपने बौद्धिक ज्ञान का उपयोग भी ज्‍यादा करते हैं। हम एक बार फिर कहना चाहेंगे कि गिरावट पर बेहतर कंपनियों के शेयर खरीदें जिनसे आप चूक गए थे और धैर्य रखें, जीत आपकी होगी।

गिरावट के समय सबसे ज्‍यादा नुकसान उन निवेशकों का होता है जो एफ एंड ओ खेलते हैं। एफ एंड ओ के अलावा उन निवेशकों को नुकसान हो सकता है, जिन्‍होंने कहीं से ब्‍याज पर पैसा लेकर शेयर बाजार में लगाया है अन्‍यथा यह बाजार वापस सुधार की ओर बढ़ेगा, यह तय है। तो खुद को करिए जीत के लिए तैयार।

अल्‍फा ट्रांसफार्मर्स : डार्क हॉर्

अल्‍फा ट्रांसफार्मर्स लिमिटेड देश के पूर्वी भाग में ट्रांसफार्मर बनाने वाली एक मुख्‍य कंपनियों में शामिल है। यह कंपनी यूटीलिटी और औद्योगिक क्षेत्र में काम आने वाले ट्रांसफार्मर का उत्‍पादन करती है।

कंपनी बिजली उत्‍पादन और वितरण के काम आने वाले 33 केवी तक के ट्रांसफार्मर बनाती है। इसकी दो उत्‍पादन इकाइयाँ हैं जो उड़ीसा के भुवनेश्‍वर शहर में हैं। कंपनी को घरेलू बाजार के अलावा आय निर्यात से भी मिलती है। बिजली क्षेत्र में हो रहे तेज विकास को देखते हुए कंपनी ने अपनी क्षमता बढ़ाने का फैसला किया है।

अब कंपनी ने देश के पश्चिमी भाग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए महाराष्‍ट्र के नासिक में अपनी उत्‍पादन इकाई स्‍थापित करने की योजना बनाई है। साथ ही कंपनी ने बड़ौदा में एक इकाई लीज पर ली है, जहाँ पावर ट्रांसफार्मर बनाए जाएँगे।

सीमित क्षमता की वजह से कंपनी अब तक अपना उतना विकास नहीं कर पाई जितना उसे करना चाहिए था, जबकि इसके पास ऑर्डर की स्थिति संतोषजनक है।

कंपनी पर भरोसा किया जाए तो इसके पास एक अरब रुपए के ऑर्डर हैं, जिन्‍हें अगले 16 महीनों में पूरा करना है। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि कंपनी के लिए यह साल अच्‍छा रहेगा।

इसके अलावा कंपनी की निर्यात आय यूरो में आती है, जिससे यह साफ है कि रुपए की तुलना में डॉलर की हुई धुलाई का असर कंपनी की निर्यात आय पर नहीं पड़ेगा।

अल्‍फा ट्रांसफार्मर्स का सकल कारोबार वित्‍त वर्ष 2007-08 में 120 फीसदी बढ़ने की उम्‍मीद है। साथ ही शुद्ध लाभ दो करोड़ रुपए से अधिक रह सकता है जिस पर प्रति शेयर आय यानी ईपीएस चार रुपए के करीब रहने का अनुमान है।

कंपनी की अप्रैल से जून 2007 के दौरान कुल आय साढ़े सात करोड़ रुपए रही जो पिछले साल इसी अवधि में 4.10 करोड़ रुपए थी। इसी तरह शुद्ध मुनाफा 50 लाख रुपए रहा, जो पिछली अवधि में 20 लाख रुपए था।

अल्‍फा ट्रांसफार्मर्स का शेयर आज पाँच फीसदी के ऊपरी सर्किट के साथ 115.50 रुपए पर बंद हुआ है जो 52 सप्‍ताह का सबसे ऊपरी भाव है जबकि इसका निचला भाव 47 रुपए था।

स्‍पष्‍टीकरण : अल्‍फा ट्रांसफार्मर्स में खरीद सलाह जारी करते समय मेरा अपना निवेश नहीं है।

•य‍ह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।