ब्लूचिप कंपनियों के शेयरों की होगी बारिश!
कमल शर्मा सरकार शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों को उनके कम से कम 25 फीसदी शेयर आम जनता के पास रखने की हिदायत देने पर विचार कर रही है। इस इरादे पर सरकार ने 28 फरवरी 2008 तक सभी से विचार माँगे हैं। यदि वित्त मंत्रालय ने अपने इस विचार को लागू कर दिया तो दस खरब रुपए के शेयरों की बारिश होगी।नॉन प्रमोटर होल्डिंग को पब्लिक माना गया तो लगभग तीन सौ कंपनियों को दो खरब रुपए के शेयर आम जनता को बेचने पड़ेंगे। लेकिन यदि पब्लिक शब्द की परिभाषा में केवल छोटे निवेशकों को गिना गया तो कंपनियों की यह संख्या बढ़कर 1200 हो जाएगी जिसका मतलब होगा कि दस खरब रुपए के शेयर प्रमोटरों को बेचना पड़ेंगे। सरकार ने जो बात सामने रखी है उसके मुताबिक कंपनियों को इस पर अमल तीन महीने के अंदर करना होगा। यदि ऐसा न किया गया तो कंपनियों को डिलिस्टिंग के साथ दूसरी कार्रवाई का सामना भी करना पड़ेगा। यानी जो निवेशक इस समय ब्लूचिप कंपनियों के शेयर बाजार भाव पर खरीदना चाहते हैं उन्हें कुछ इंतजार करना चाहिए क्योंकि यदि सरकार अपने विचार पर कानूनी मुहर लगा देती है तो बेहतर कंपनियों की बाजार में लाइन लग जाएगी और निवेशक सस्ते में उन कंपनियों के शेयर ले सकेंगे जो एक जमाने में काफी महँगे थे। सेल, पावर ग्रिड, इंडियन ऑयल, एनटीपीसी, पीएफसी, एनएमडीसी, एमएमटीसी, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, रिलायंस पेट्रोलियम, टीसीएस, विप्रो और डीएलएफ सहित ढेरों कंपनियों के शेयर आपकी पहुँच में होंगे। शेयर बाजार की मौजूदा स्थिति में वैसे भी निवेशकों को नई खरीद से दूर रहना चाहिए जब तक स्थिरता नहीं दिख्ाती। हमारी राय में आप अपने पैसे को बचाकर रखिए और 28 फरवरी तक इंतजार करिए, हो सकता है आने वाले दिनों में यह पैसा आपको देश की शानदार कंपनियों के शेयर सस्ते में दिलवा दे।रुचि सोया: डार्क हॉर्स- घरेलू खाद्य तेल कंपनी के शेयरों में जब निवेश की बात आती है तो सभी निवेशकों के दिमाग में रुचि सोया का नाम सबसे पहले उभर आता है। इस कंपनी के कार्य प्रदर्शन और सही योजना ने निवेशकों को हमेशा अपनी ओर खींचा है। रुचि सोया ने हाल में अपने तिमाही नतीजे घोषित किए हैं। अक्टूबर से दिसंबर 2008 की तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री 3196.6 करोड़ रुपए रही, जिस पर शुद्ध लाभ 59.5 करोड़ रुपए रहा। जबकि अक्टूबर से दिसंबर 2007 की तिमाही में शुद्ध लाभ 37.5 करोड़ रुपए और शुद्ध बिक्री 2853.4 करोड़ रुपए थी। यानी चालू तिमाही में शुद्ध बिक्री में पिछली समान तिमाही की तुलना में 12 फीसदी और शुद्ध मुनाफे में 59 फीसदी की बढ़ोतरी। जबकि इन नतीजों को अप्रैल से दिसंबर 2007 के नौ महीनों में संदर्भ में देखें तो शुद्ध बिक्री 7519.2 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 119.7 करोड़ रुपए रहा। जबकि पिछले साल समान अवधि में शुद्ध बिक्री 5536 करोड़ रुपए एवं शुद्ध लाभ 66.5 करोड़ रुपए था। नौ महीनों में शुद्ध बिक्री 36 फीसदी एवं शुद्ध लाभ में 80 फीसदी का इजाफा हुआ है।रुचि सोया ने सरसों, बिनौला और राइस ब्रान तेलों के रिटेल बाजार में बड़े पैमाने पर उतरने की योजना बनाई है। खाद्य तेलों के खपत में हो रही बढ़ोतरी में पैकेड खाद्य तेल का बाजार 15 से 20 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। कंपनी जैट्रोफा प्लांटेशन और बॉयो फ्यूल में उतरने की तैयारी में है। देश में डीजल की बढ़ रही माँग से कंपनी का इस मोर्चे पर बड़ा लाभ होगा। रुचि सोया ने इंडोनेशिया में पॉम तेल प्लांटेशन की योजना बनाई है। यह अनुबंध फॉर्मिंग पर होगी। इस सौदे के जल्दी पूरा होने की संभावना है।कंपनी का यह कदम उसके लिए बड़ा लाभदायी होगा और फीडस्टॉक प्राइस को उचित बनाए रखने में मदद मिलेगी। भारत अपनी जरूरत का 40 फीसदी पॉम तेल आयात करता है। जनवरी 2007 से अब तक पॉम तेल के दाम 75 फीसदी बढ़े हैं। रुचि सोया न्यूट्रैला ब्रांड के तहत फूड और ब्रेवरीज उत्पाद लांच करेगी। रुचि सोया में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 36.02 फीसदी, संस्थागत निवेशकों और म्यूच्युअल फंडों की हिस्सेदारी 26.51 फीसदी, विदेशी संस्थागत निवेशकों की 28.22 फीसदी एवं आम जनता की हिस्सेदारी 9.01 फीसदी है। इसका बीएसई कोड 500368 है। रुचि सोया को चालू वित्त वर्ष में 10500 करोड़ रुपए की शुद्ध बिक्री पर 170.5 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ होने की उम्मीद है। बुक वेल्यू 57.4 रुपए रहने की आस है। कंपनी को वर्ष 2008-09 में 12075 करोड़ रुपए की शुद्ध बिक्री पर 227.7 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा और बुक वेल्यू 75.7 रुपए रहने की संभावना है। वर्ष 2009-10 में कंपनी को 13886.3 करोड़ रुपए की शुद्ध बिक्री पर 297.3 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ एवं बुक वेल्यू 97.4 रुपए पहुँच जाने की उम्मीद है।रुचि सोया के शेयर का पिछले 52 सप्ताह में उच्च भाव 165 रुपए और निचला भाव 61 रुपए था। इसकी इक्विटी 36.5 करोड़ रुपए है। रुचि सोया का भाव 6 फरवरी 2008 को 116 रुपए था जिसके अगले 10 महीनों में 170 रुपए तक पहुँचने की उम्मीद की जा सकती है।स्पष्टीकरण : रुचि सोया में खरीद सलाह जारी करते समय मेरा अपना निवेश नहीं है।• यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।