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Written By भाषा

एक दिन अंधविश्वास को नकारने के नाम

एक दिन अंधविश्वास को नकारने के नाम -
मान्यताओं और अंधविश्वास के बीच फर्क करना टेढ़ी खीर है, लेकिन जरूरत से ज्यादा अंधविश्वास रखने वालों को इस जाल से बाहर निकालने के लिए पश्चिमी देश डिफाय सुपरस्टिशन-डे मनाते हैं।

इस दिन की शुरुआत कब से हुई, इसके निश्चित प्रमाण नहीं हैं, पर कहा जाता है कि नब्बे के दशक से हर वर्ष 13 सितंबर डिफाय सुपरस्टिशन-डे के रूप में मनाया जा रहा है।

इस दिन के लिए सितंबर की 13 तारीख ही इसलिए तय की गई, क्योंकि इस अंक को ईसाई धर्म मानने वाले अधिकतर पश्चिमी देश दुर्भाग्‍यशाली समझते हैं। कहा जाता है कि ईसा मसीह के लास्ट सपर में भी 13 मेहमान थे।

तेरह के अंक को विज्ञान में एक फोबिया का नाम दिया गया है, जिसे ट्रिस्कायडेका फोबिया कहते हैं। इस फोबिया का असर इतना ज्यादा है कि पश्चिमी देशों के कई होटलों में 13वीं मंजिल नहीं होती और विभिन्न मंजिलों पर 13 नंबर का कमरा भी नहीं होता।

अंग्रेजी की एक और कहावत गॉड ब्लेस यू से भी अंधविश्वास जुड़ा है। कहा जाता है कि यूरोप के राजा सेंट ग्रेगरी प्रथम ने प्लेग से प्रभावित अपने क्षेत्र में एक बार यह आदेश दिए थे कि जब भी लोग एक-दूसरे से मिलें तो गॉड ब्लेस यू कहें, ताकि प्लेग फैलने से रोका जा सके।

अंकशास्त्र विशेषज्ञ सलोनी कौशिक कहती हैं कि यह अंधविश्वास ही है कि 13 या 17 अंक सभी के लिए अशुभ होता है और 7 का अंक रहस्यमय होता है। पेशे और करियर के प्रति जरूरत से ज्यादा सजग रहने वाले लोग अंधविश्वास से अधिक पीड़ित होते हैं।

राजधानी स्थित अंतरराष्ट्रीय वैकल्पिक विज्ञान संस्थान के डॉक्टर जगमोहन सचदेव ने कहा कि पश्चिम देशों में भी कई अंधविश्वास प्रचलित हैं, लेकिन भारत भी इस मामले में पीछे नहीं है। देश में समस्या इसलिए ज्यादा गंभीर है, क्योंकि यहाँ अपने फायदे के लिए अंधविश्वास को सही ठहराना आम बात है।

उन्होंने कहा कि वैकल्पिक विज्ञान कुछ शक्तियों के अस्तित्व से इनकार नहीं करता, लेकिन लोगों में यह जागरूकता फैलाना भी जरूरी है कि हर तर्कहीन बात को अपने अहित से जोड़कर देखना गलत है।

विभिन्न क्षेत्रों की शख्सियतें भी अंधविश्वास से ग्रसित नजर आती हैं। क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर मैदान पर अधिकतर 10 अंक वाली कमीज ही पहनते हैं। यह खबरें भी आती हैं कि जब कोई मैच निर्णायक मोड़ पर होता है तो ड्रेसिंग रूम में बैठा कोई भी खिलाड़ी अपनी कुर्सी नहीं छोड़ता।

अभिनेता अमिताभ बच्चन ने पिछले वर्ष एक साक्षात्कार में कहा था कि वे ऐसा कोई क्रिकेट मैच नहीं देखते, जिसमें भारत खेल रहा हो क्योंकि उन्हें लगता है कि अगर वे मैच देखेंगे तो देश हार जाएगा।

हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रपति चुने गए आसिफ अली जरदारी के बारे में भी यह खबरें आईं कि कुछ लोगों ने उन्हें गत छह से आठ सितंबर के बीच शपथ लेने से रोक दिया। इसके पीछे तर्क दिया गया कि जरदारी औपचारिक रूप से देश के 13वें राष्ट्रपति हैं, जबकि 13 का अंक उनके लिए अशुभ है।