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Written By भाषा
Last Modified: काठमांडू (भाषा) , सोमवार, 29 दिसंबर 2008 (21:21 IST)

पशुपतिनाथ में भारतीय पंडितों का एकाधिकार खत्म

पशुपतिनाथ में भारतीय पंडितों का एकाधिकार खत्म -
नेपाल में राजशाही खत्म कर धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले माओवादियों ने राजधानी के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में स्थानीय पंडितों को नियुक्त कर दक्षिण भारतीय पंडितों के सदियों पुराने एकाधिकार को समाप्त कर दिया है।

नेपाल में राजशाही खत्म होने के साथ इस बात को लेकर एक खामोश आंदोलन चल रहा था कि मंदिर में भारतीय पंडितों को रखने की सदियों पुरानी प्रथा को खत्म किया जाए।

तीन सौ साल पुरानी प्रथा को तोड़ते हुए माओवादीनीत सरकार ने पशुपतिनाथ में दक्षिण भारत के भट्ट ब्राह्मणों की जगह नेपाली भट्ट ब्राह्मणों को नियुक्त किया है, जिनमें मुख्य पुजारी विष्णु प्रसाद दहल शामिल हैं।

पशुपति क्षेत्र विकास न्यास ने मुख्य पुजारी महाबलेश्वर भट्ट पुजारी कृष्णयोग भट्ट और केपी रामचन्द्र भट्ट के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। शालिग्राम भट्ट को पुजारी नियुक्त किया गया है। यह निर्णय संस्कृति मंत्रालय ने किया है, जिसका नेतृत्व माओवादी नेता गोपाल किराती कर रहे हैं।