शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
Written By WD

महिला बदमाशों में गैंगवार

ललित भट्‌ट देहरादून से

महिला बदमाशों में गैंगवार -
FILE
उत्तराखंड के रूड़की शहर की जेल के बाहर पिछले दिनों पश्चिमी उत्तरप्रदेश के बदमाशों की गैंगवार से राज्य पुलिस उबर नहीं पाई थी कि देहरादून शहर में महिला बदमाशों के गैंगवार से दो-चार होना पड़ा है।

पति, ससुर और जेठ की हत्या के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे जा चुकी रुचि क्षेत्री नामक एक महिला गैंगस्टर को जाखन निवासी एक महिला गैंगस्टर ने साथियों के साथ चाकू से जगह-जगह गोद डाला।

घटना के अनुसार नेहरू कॉलोनी थाने के अजबपुर खुर्द निवासी रुचि क्षेत्री आजकल बेल पर बाहर है। वह अपने अजबपुर मोथरावाला रोड स्थित अपने निवास पर थी ‍कि लेन-देन के चक्कर में जाखन निवासी महिला गैंगस्टर सिमरन द्वारा अपने 5 साथियों के साथ चाकू से गोद देने का आरोप पुलिस का है। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू बरामद कर लिया है।

पुलिस के अनुसार रुचि क्षेत्री की सिमरन से लेन-देन को लेकर अनबन चल रही थी। घटना के दिन रुचि ने सिमरन को अपने घर बातचीत को बुलाया। बातचीत के दौरान बहस होने पर रुचि ने अपने किराएदार को फोन लगाया ही था कि सिमरन एवं उसके साथियों ने उसे चाकू से गोद दिया।

किराएदार जावेद की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने रुचि क्षेत्री को लहूलुहान अवस्था में पाकर उसे स्थानीय कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया। रुचि के पेट पीठ और सिर पर गंभीर चोटें हैं।

पुलिस के अनुसार सिमरन ने 5 जिन लोगों के साथ रुचि पर हमला किया उसमें 2 पुरुष भी थे। पुलिस ने आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है।

देवभूमि कहलाने वाली उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में महिला गैंगवार की इस घटना से लोग अचंभे में हैं। पश्चिमी उत्तरप्रदेश के अपराधी गिरोहों का हाइड आउट माना जाने वाला दून अब महिला अपराधियों की धमक से भी दो-चार है।

हमला करने के बाद भाग रहे इन पांचों साथियों के साथ सिमरन की कार रुचि क्षेत्री के घर के समीप की नाली पर फंस गई लेकिन उसे छोड़ ही ये हमलावर फरार हो गए।

वर्ष 2006 में अजबपुर खुर्द निवासी रुचि क्षेत्री पर ससुर और जेठ की हत्या का आरोप लगा था। उसे जेल भी हुई थी। जमानत में बाहर आने के बाद उसने 2008 में अपने पति विनय क्षेत्री को भी मरवा डाला। इस हत्या में एक बदमाश की मदद लेने का भी आरोप उस पर है। पुनः जेल जाने के बाद उस पर पुलिस ने गुंडा एक्ट भी लगाया था, लेकिन जेल से कुछ माह पूर्व छूटने के बाद यह कांड हो गया।