मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
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Written By सुरेश एस डुग्गर

भारी पड़ने लगा है यह 'आइडिया'

आइडिया कंपनी को 400 करोड़ मुआवजे का नोटिस

भारी पड़ने लगा है यह ''आइडिया'' -
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पश्मीना शाल को लेकर टीवी पर चले रहे आइडिया कंपनी के विज्ञापन को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। कश्मीर चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने पश्मीना शाल के संबंध में आइडिया सेलुलर के विवादास्पद विज्ञापन को तत्काल हटाने की मांग करते हुए उसे एक कानूनी नोटिस भेजा है और कंपनी से 400 करोड़ रुपए मुआवजे की मांग की है।

दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कंपनी के विज्ञापन को गलत और भ्रामक करार दिया था। केसीसीआई के साथ सरकार भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हो गई है। इस विज्ञापन में एक असली पश्मीना शाल को एक अंगूठी में से गुजरते हुए दिखाया गया है। चैंबर के वकील अजहरल अमीन द्वारा आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और आइडिया सेलुलर के कंपनी मामलात के मुख्य अधिकारी रजत मुखर्जी को मंगलवार को यह नोटिस भेजा गया।

नोटिस में मांग की गई है कि आइडिया सेलुलर तत्काल इस विज्ञापन को वापस ले और प्राइम टाइम पर उतनी बार माफीनामा प्रसारित करे जितनी बार यह विज्ञापन दिखाया गया। केसीसीआई ने कारोबार एवं प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने के लिए 300 करोड़ रुपए और पीड़ा पहुंचाने के लिए अन्य 100 करोड़ रुपए क्षतिपूर्ति की भी मांग की है। इसमें कहा गया है कि, आपके विज्ञापन से हमारे व्यापारियों की खासकर पश्मीना शाल का कारोबार और व्यापार करने की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ा है और हमारे विनिर्माताओं और व्यापारियों के कारोबार को इतना नुकसान हुआ है कि इस नुकसान का आकलन नहीं किया जा सकता क्योंकि यह बार-बार लम्बे समय तक होने वाला नुकसान है।

इस नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए आइडिया सेलुलर ने एक बयान जारी कर कहा कि यह विज्ञापन इस समय जारी उस सीरीज का हिस्सा है जिसमें विभिन्न स्थितियों को प्रदर्शित किया जा रहा है जहां आम आदमी के सशक्‍तीकरण के लिए मोबाइल फोन सेवाओं के उपयोग को दिखाया गया है। इससे पहले सोमवार को राज्य सरकार ने मामले को संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार से इस नकारात्मक विज्ञापन को तत्काल प्रभाव से बंद किए जाने का आग्रह किया है।

राज्य सरकार ने दावा किया था कि रिंग टेस्ट किसी भी तरह से पश्मीना की असलियत को साबित नहीं कर सकता। इस विज्ञापन के बाद कई मुनाफाखोर और नक्काल महीन ऊनी धागे से किसी शाल को तैयार कर, उसे अंगूठी में से निकालकर पश्मीना जरूर साबित करेंगे। इससे कश्मीर की दस्तकारी, पश्मीना उद्योग प्रभावित होगा और देश-विदेश के लोग ठगे जाएंगे।

उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के वित्त आयुक्त खुर्शीद अहमद गनेई ने केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर इस मुद्दे को उठाया था। पत्र में लिखा गया था कि एक सेलुलर कंपनी द्वारा चलाया जा रहा विज्ञापन लोगों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने इस कंपनी से विज्ञापन रोकने को कहा था।

खुर्शीद अहमद गनई द्वारा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखने से पूर्व रविवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस विज्ञापन पर कड़ा एतराज जताया था। उन्होंने कहा था कि जिस तरीके से एक विज्ञापन में एक कश्मीरी दुकानदार को तथाकथित तौर पर नकली पश्मीना बेचने का प्रयास करते दिखाया गया है, वह ईमानदार कश्मीरी दस्तकारों और कश्मीरी सेल्समैन की बेइज्जती है। इस नकारात्मक विज्ञापन से कश्मीर में तैयार होने वाले पश्मीना और पश्मीना उद्योग से जुड़े लोगों को नुकसान हो रहा है। इसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए।

कश्मीर के विभिन्न व्यापारिक और दस्तकार संगठनों ने भी इस विज्ञापन की निंदा करते हुए कहा कि जिस कंपनी ने यह विज्ञापन तैयार किया है, उसे पश्मीना, कश्मीर की दस्तकारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसने अपने विज्ञापन में कश्मीरी दुकानदारों को ठग बताने का प्रयास किया है, जो निंदाजनक है।