गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
Written By WD

पाक ने नहीं सीखा सबक, कारगिल दिवस पर भी गोलीबारी

-सुरेश एस डुग्गर

पाक ने नहीं सीखा सबक, कारगिल दिवस पर भी गोलीबारी -
FILE
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा अर्थात एलओसी पर पाकिस्तानी सैनिकों ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और भारतीय चौकियों पर गोलाबारी की।


भारतीय बलों ने इस पर जवाबी कार्रवाई की। उधर सेनाधिकारियों का कहना है कि पाक सेना आतंकियों को इस ओर धकेलने के इरादों से कवरिंग फायर की नीति का इस्तेमाल करते हुए संघर्ष विराम का बार-बार उल्लंघन कर रही है। अधिकारियों के मुताबिक 200 से 300 आतंकी एलओसी के पार लांचिंग पैडों पर देखे गए हैं।

एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में आज एक बार फिर बालाकोट पट्टी पर बिना किसी उकसावे के गोलाबारी की। भारतीय बलों ने जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी करीब 1 घंटा तक जारी रही थी। गोलाबारी में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

पाकिस्तान की ओर से इस माह 7वीं बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया है। बार- बार संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं के मद्देनजर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सुझाव दिया था कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तान के समक्ष यह मुद्दा उठाना चाहिए।

जून में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पांच बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था जबकि अप्रैल-मई में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 19 घटनाएं हुईं हैं।

इस बीच जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से लगातार गोलाबारी और घुसपैठ की कोशिश की घटनाओं के बीच व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लैफ्टिनेंट जनरल केएस सिंह ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर 150 से 200 आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में तैयार बैठे हैं।

जनरल सिंह ने जम्मू शहर के बाहरी इलाके नगरोटा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा आमतौर पर आतंकवादी ठंड शुरू होने से पहले खासकर जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में हमारी सीमा में घुसने की कोशिश करते हैं।

जनरल सिंह ने कोर के मुख्यालय में अश्वमेध शौर्य स्‍थल में विजय दिवस की 15वीं वर्षगांठ पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हर वर्ष उपर्युक्त माहों में घुसपैठ की कोशिश तेज होती है और यह सामान्य बात है।

आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भी यह हरकत तेज हो गई है। उनका कहना था ‍कि भारतीय सेना किसी भी परिस्थिति से निपटने को सक्षम और तैयार है।