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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , बुधवार, 20 अगस्त 2014 (23:01 IST)

उप्र में बाढ़ का कहर, मृतक संख्या 82 हुई

उप्र में बाढ़ का कहर, मृतक संख्या 82 हुई -
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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में बाढ़ संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 82 हो गई और बारिश न होने से बड़ी नदियों का जल स्तर भी घटने लगा क्योंकि उत्तर भारत में दक्षिण पश्चिमी मानसून कमजोर हो गया।

उत्तराखंड में कुछ जगहों को छोड़कर दिल्ली सहित शेष उत्तर भारत में मौसम सूखा रहा और दिनभर गर्मी तथा आद्रता से लोग परेशान रहे। राजधानी में आज भी बारिश नहीं हुई और दिन का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। कल का अधिकतम तापमान 37 डिग्री दर्ज किया गया था।

राजधानी में न्यूनतम तापमान 28 डिग्री यानी सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। आद्रता का स्तर 37 फीसदी से 81 फीसदी के बीच रहा। उत्तर प्रदेश में कई जिले बाढ़ प्रभावित हैं और वहां बीते 24 घंटे में 19 और लोगों की मौत के साथ ही बाढ़ संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 82 हो गई।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कल से बाढ़ संबंधी हादसों में बलरामपुर जिले में 6 व्यक्ति, सीतापुर में 4 व्यक्ति, बहराइच में तीन व्यक्ति, बाराबंकी और बलिया जिले में दो-दो व्यक्ति तथा गोंडा और लखीमपुर जिले में एक एक व्यक्ति की मौत हुई है।

बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित बहराइच जिला है जहां अब तक 32 लोगों के मारे जाने की खबर मिली है। इस जिले के 227 गांवों के पांच लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

श्रावस्ती में 144 से अधिक गांवों के एक लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 8,000 एकड़ इलाके में फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। राज्य के बाढ़ प्रभावित अन्य जिलों में सैकड़ों गांव अभी भी जलमग्न हैं।

कुछ जगहों को छोड़कर उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में मौसम साफ रहा जिससे चार धाम यात्रा के श्रद्धालुओं को केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री तीर्थस्थलों के लिए जाने दिया गया।

आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले में सोनप्रयाग, गौरीकुंड, जंगलचट्टी, भीमबली, लिनचौली और केदारनाथ में तथा हिमालयी तीर्थस्थल के लिए जाने वाले राजमार्ग सहित ज्यादातर सड़कों को सोनप्रयाग तक हल्के और भारी वाहनों के लिए खोल दिया गया।

राज्य के उखीमठ में 1.25 मिमी, मन्स्यारी में 3 मिमी और धारचूला में 37.40 मिमी बारिश दर्ज की गई। पंजाब और हरियाणा में बारिश नहीं हुई और तापमान बढ़ गया। मौसम विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है।

हरियाणा में अधिकतम तापमान हिसार में रहा जो 40.2 डिग्री यानी सामान्य से चार डिग्री अधिक दर्ज किया गया। अंबाला में अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री, भिवानी में 39.2 डिग्री और करनाल में 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पंजाब के पटियाला में अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक, 37.4 डिग्री सेल्सियस जबकि लुधियाना में 36.3 डिग्री और अमृतसर में 35.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। (भाषा)