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Last Updated :न्यूयॉर्क , रविवार, 28 सितम्बर 2014 (14:46 IST)

मोदी से क्या बोले अमेरिकी सिख...

मोदी से क्या बोले अमेरिकी सिख... - Modi in America
न्यूयॉर्क। अमेरिकी सिखों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से समुदाय के, विशेषकर 1980 के दशक में राजनीतिक शरण के लिए आवेदन करने वाले लोगों के सामने वीजा या पासपोर्ट के नवीनीकरण के लिए आवेदन करते समय आने वाली बाधाएं दूर करने का अनुरोध किया है।
29 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को प्रधानमंत्री को दिए गए एक ज्ञापन में कहा कि भारतीय दूतावास के वीजा देने से इंकार करने या पासपोर्ट का नवीनीकरण न करने से एनआरआई (अप्रवासी भारतीय) सिख समुदाय खुद को अलग-थलग महसूस करता है और लोग अपने परिवार से मिलने और भारत में अपने निवेश की देखरेख करने से वंचित रह जाते हैं, क्योंकि उन्होंने पंजाब में उथल- पुथल वाले समय में (यहां) राजनीतिक शरण के लिए आवेदन किया था।
 
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले जेजे सिंह ने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री हमारे अनरोध पर ध्यान देंगे। 1 घंटे की इस बैठक में सिख समुदाय के कई दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
 
सिंह ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दौरा था, क्योंकि एनआरआई सिखों का प्रतिनिधिमंडल अमेरिका आए भारत के किसी प्रधानमंत्री से दशकों बाद मिला। मोदी ने ज्ञापन में उल्लेखित उनके मुद्दों का हल करने की बात कहकर एनआरआई सिख समुदाय में विश्वास और उम्मीद का नवीकरण किया है।
 
ज्ञापन में कहा गया है कि 3 दशक पहले राजनीतिक शरण संबंधी आवेदन करने के लिए अब भी एनआरआई सिखों को सजा दी जा रही है। 
 
इसमें कहा गया कि हम आगे भविष्य में इन मुद्दों का निपटान करने के लिए आपसे अनुरोध करते हैं ताकि एनआरआई सिख भी आपके नेतृत्व में एक नए शक्तिशाली भारत के निर्माण की प्रक्रिया में खुद को जुड़ा महसूस कर सकें। सिख समुदाय ने 1984 के सिख दंगों और गुजरात के सिख किसानों का मुद्दा भी उठाया।
 
प्रतिनिधिमंडल ने साथ ही नई सरकार के गठन और नई सरकार की पहलों के लिए मोदी को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारत के लिए सिख समुदाय द्वारा दी गई कुर्बानियों को याद किया।
 
प्रधानमंत्री ने समुदाय की चिंताओं को साझा किया और कहा कि सरकार मुद्दे का सावधानीपूर्वक अध्ययन करेगी और कोई समाधान निकालने का प्रयास करेगी। (भाषा)