सीरिया में भी कट चुकी है अमेरिका की नाक
वाशिंगटन। इराक में अमेरिका ने आईएसआईएल के ठिकानों पर हवाई हमले कर अभियान चला रखा है। इसके जवाब में आईएसआईएल आतंकियों ने अमेरिकी पत्रकार की निशृंस हत्या का वीडियो जारी किया कर अमेरिका को धमकी दी। अमेरिका ने सीरिया में आतंकवादी समूह आईएसआईएल द्वारा बंधक बनाकर रखे गए अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के लिए हाल ही में एक असफल अभियान चलाया था। पेंटागन के मुताबिक यह अभियान इन गर्मियों में शुरू किया गया था। यह रहस्योदघाटन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवांत द्वारा एक वीडियो जारी किए जाने के एक दिन बाद आया है।इस वीडियो में चरमपंथी समूह का एक सदस्य अमेरिकी पत्रकार जेम्स फोले का सिर कलम करते हुए दिख रहा है। फोले को नवंबर 2012 में सीरिया में अगवा कर लिया गया था। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी के मुताबिक अभियान में हवाई हमले और जमीनी हमले शामिल थे और यह विशेष तौर पर आईएसआईएल के बंधक बनाने वाले नेटवर्क पर केंद्रित था। दुर्भाग्यवश यह अभियान सफल नहीं हो पाया क्योंकि बंधक लक्षित स्थानों पर मौजूद नहीं थे। होमलैंड सिक्योरिटी एंड काउंटर-टेररिज्म के अध्यक्ष की सहायक लीजा मोनाको ने बताया कि इसी गर्मियों में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आईएसआईएल द्वारा अपहृत और सीरिया में बंधक बनाए गए अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के प्रयास के तहत एक अभियान अधिकृत किया था। उन्होंने बताया कि ओबामा ने इस बार कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा दल का आकलन था कि जैसे जैसे दिन बीत रहे हैं आईएसआईएल के गिरफ्त में मौजूद बंधकों के जीवन पर खतरा बढ़ता जा रहा है।मोनाको ने कहा कि दुर्भाग्यवश अभियान अंतत: सफल नहीं रहा क्योंकि बंधक वहां मौजूद नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी सैन्य अभियानों की क्षमता की सुरक्षा की आवश्यकता को देखते हुए हम अभियान से जुड़ी जानकारी का खुलासा नहीं कर सकते। इस बीच किर्बी ने बताया कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा, विशेष तौर पर बंधक बनाए गए नागरिकों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। (एजेंसियां)