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Written By भाषा
Last Modified: कानपुर , सोमवार, 21 अप्रैल 2014 (19:54 IST)

घर में बैठे तू काहे अलसात हो...

घर में बैठे तू काहे अलसात हो... -
कानपुर। 'घर में बैठे तू काहे अलसात हो, वोट डारे तू काहे नहीं जात हो। लाइन लगन में काहे लजात हो, वोट डारे काहे नहीं जात हो।' लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने सोमवार को जिला प्रशासन के मतदान जागरूकता कार्यक्रम में अपने गीत के जरिए वोट डालने के लिए प्रेरित किया।

गीत संगीत के जरिए महिलाओं और युवाओं को वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय चुनाव आयोग की ब्रांड एंबेसडर और लोक गायिका मालिनी अवस्थी आज कानपुर के रागेंद्र स्वरूप आडिटोरियम में जिला प्रशासन के बुलावे पर आईं और अपने गीत, संगीत और संवाद के जरिए लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित किया। मालिनी को देखने और सुनने के लिए हजारों की भीड़ जुटी, जिसमें अधिकतर संख्या में युवा एवं महिलाएं थीं।

इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी रोशन जैकब, एसएसपी अजय कुमार तथा एडीएम सिटी अविनाश सिंह के साथ चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में मालिनी ने अपने लोक गीतों के जरिए आम जनता को उसके वोट की महत्ता बताई और बताया कि कैसे उनका वोट सरकारें बदल सकता है।

उन्होंने कई लोकगीत सुनाकर लोगों का मन मोह लिया, उनके गीतों में भोजपुरी महक के साथ-साथ जनता के लिए वोट देने का संदेश भी था। 'घर में बैठे तू काहे अलसात हो, वोट डारे तू काहे नहीं जात हो। लाइन लगन में काहे लजात हो, वोट डारे काहे नहीं जात हो।' गीत की वहां मौजूद महिलाओं ने ताली बजाकर तारीफ की। उन्होंने अपने कार्यक्रम में महिलाओं, युवा लड़कियों और अध्यापिकाओं को भी शामिल किया।

मालिनी अवस्थी ने कहा कि मतदाता जागरूकता कार्यक्रम वह 2011 में प्रदेश के विधानसभा चुनावों के पहले से कर रही हैं और प्रदेश के गांव-गांव में जाकर मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया। इस बार लोकसभा चुनाव 2014 में वे अब तक करीब तीस लोकसभा क्षेत्रों के दर्जनों गांव और शहरों में जा चुकी हैं और चुनाव आयोग के निर्देश पर उनका यह कार्यक्रम चुनाव समाप्त होने तक जारी रहेगा।

उन्होंने बताया कि गांव के साथ-साथ शहर के मतदाताओं को जागरूक करने के चुनाव आयोग के इस अभियान के कारण वर्ष 2012 में पिछले चुनावों की तुलना में 17 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने वोट के अधिकार का प्रयोग किया। इसमें सबसे अधिक 14 प्रतिशत महिलाओं के वोटों की भागीदारी बढ़ी। इससे उत्साहित होकर राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने इस बार लोकसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को जागरूक करने के लिए उन्हें उत्तरप्रदेश का ब्रांड एंबेसडर बनाया।

उन्होंने कहा, मैंने पहली बार अपने लोकगीतों के माध्यम से जनता और विशेषकर महिलाओं को जागरूकता अभियान से जोड़ा और चुनाव आयोग ने मुझे प्रदेश के सभी जिलों के गांवों में जाने को कहा, ताकि अधिक से अधिक लोग वोट देने के लिए जागरूक हो सकें।

अवस्थी ने कहा कि अब लोकसभा चुनावों के तहत पूरे प्रदेश में मतदाता जागरूकता अभियान चला रही हूं और सभी जगह जाकर लोगों को उनके मताधिकार के प्रति जागरूक कर रही हूं। आम जनता को गीतों के माध्यम से वोटों का महत्व बताती हूं कि उनके वोट से कैसे एक अच्छी सरकार का गठन हो सकता है और कैसे आप अपना एक अच्छा सांसद चुनकर देश की संसद में भेज सकते हैं।

उन्होंने कहा, यह बहुत जिम्मेदारीभरा काम चुनाव आयोग ने मुझे सौंपा है, जिसे मैं पूरी ईमानदारी के साथ करने की कोशिश कर रही हूं। अगर मेरे इस अभियान से देश और प्रदेश में एक से दो प्रतिशत महिलाएं वोट देने आगे आईं तो मैं समझूंगीं कि अपने देश के लोकतंत्र के लिए मैंने कुछ किया। (भाषा)