Last Updated :नागपुर , गुरुवार, 30 जुलाई 2015 (10:53 IST)
यह थी याकूब मेमन की आखिरी ख्वाहिश...
1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को नागपुर जेल में गुरुवार सुबह फांसी दे दी गई । दरअसल यह एक संवैधानिक नियम के तहत जिस व्यक्ति को फांसी की सूली पर चढ़ाया जाना होता है उससे उस दिन उसकी आखिरी इच्छा पूछकर पूरी की जाती है।
इस नियम के अनुसारफांसी से पहले दोषी याकूब मेमन से भी उसकी आखिरी इच्छा पूछी गई और जेल अधिकारियों ने उसे पूरा भी कराया। याकूब के भाई ने उसकी आखिरी इच्छा का जिक्र करते हुए बताया कि फांसी से पहले याकूब मेमन ने 21 साल की अपनी बेटी से बात करने की इच्छा जताई थी। बेटी से बातचीत कर वह काफी खुश हुआ था। जेल प्रशासन ने याकूब की इस आखिरी इच्छा का सम्मान करते हुए फोन पर उसकी अपनी बेटी से बात करवाई थी।