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Last Updated :नई दिल्ली , मंगलवार, 23 सितम्बर 2014 (21:40 IST)

वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में पहली गिरफ्तारी

वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में पहली गिरफ्तारी - VVIP helicopter deal
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 3,600 करोड़ रुपए के वीवीआईपी अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में मनी लांडरिंग के आरोप से जुड़ी जांच के तहत एक आरोपी कंपनी के निदेशक मंडल के पूर्व सदस्य गौतम खेतान को आज हिरासत में ले लिया। खेतान को सात दिन की हिरासत में दे दिया गया है।
खेतान को इस सौदे में कथित तौर पर दलाली के हस्तांतरण की एक ‘महत्वपूर्ण’ कड़ी माना जा रहा है और यह इस मामले में अपराध के धन को वैध दिखाने के आरोप में की गई पहली गिरफ्तारी है।
 
इस सौदे से 360 करोड़ रुपए के कथित कमीशन का पता लगाने का प्रयास कर रही जांच एजेंसी ने कल राष्ट्रीय राजधानी में खेतान के दो परिसरों पर तलाशी और गहन पूछताछ के बाद आज उसे आज सुबह पांच बजे गिरफ्तार किया। गौतम खेतान व्यवसाई के साथ साथ अधिवक्ता भी है।
 
बाद में उसे दिन में एक विशेष अदालत ने पेश किया गया। अदालत ने उसे सात दिन एजेंसी की हिरासत में रखने की इजाजत दी। ईडी के सूत्रों ने कहा, ‘खेतान इस सौदे की दलाली में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इटली के सरकारी वकीलों के रिकार्ड में इस कड़ी का उल्लेख है। एजेंसी इसकी जांच कर रही है।’ 
 
एजेंसी इस हेलीकॉप्टर सौदे में 400 करोड़ रुपए की संदिग्ध दलाली के लेन देन की जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस साल जुलाई में खेतान, पूर्व वायुसेना प्रमुख एस.पी. त्यागी और 19 अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज किया था।
 
सूत्रों के अनुसार कल एजेंसी ने खेतान के ठिकानों की तलाशी के दौरान एक करोड़ रुपए मूल्य के आभूषण जब्त किए थे और कुछ ‘महत्वपूर्ण’ वित्तीय दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया था।
 
खेतान चंडीगढ़ स्थित कंपनी एयरोमैट्रिक्स के निदेशक मंडल में था। हेलीकॉप्टर सौदे के वित्तीय लेनदेन के लिए कथित तौर पर मुखौटा कंपनी के रूप में काम करने के लिए इस कंपनी का गठन किया गया था।
 
हेलीकॉप्टर गिरफ्तार दो अंतिम सीबीआई एवं अन्य एजेंसियों के मुताबिक, उन्होंने पता लगाया है कि खासतौर पर इस सौदे के लिए कमीशन की राशि कथित तौर पर इस फर्म एवं कुछ अन्य के जरिए भेजा गया। इटली में एक अदालत में इतालवी अधिवक्ता द्वारा दाखिल रिपोर्ट में भी खेतान का जिक्र किया गया था। हालांकि, खेतान ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया है।
 
इससे पहले, सीबीआई द्वारा खेतान से इस मामले में पूछताछ की जा चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय ने एक साल से अधिक पुरानी सीबीआई एफआईआर को संज्ञान में लेते हुए पीएमएलए के तहत इस सौदे में मामला दर्ज किया था।
 
प्रवर्तन निदेशालय ने त्यागी, उनके परिजनों, यूरोपीय नागरिकों, कालरे गेरोसा, क्रिश्चयन माइकल एवं गुइदो हैसश्चके, चार कंपनियों इटली स्थित फिनमैकेनिका, ब्रिटेन स्थित अगस्तावेस्टलैंड और चंडीगढ़ स्थित आईडीएस इन्फोटेक व एयरोमैट्रिक्स, मारीशस व ट्यूनीशिया स्थित दो कंपनियों, कुछ अन्य फर्मों एवं अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
 
इस मामले में ईडी द्वारा कुल 21 इकाइयों को नामजद किया गया है। इतालवी अधिकारियों द्वारा यह आरोप लगाने के बाद कि इस सौदे के लिए कंपनी द्वारा रिश्वत दी गई, अगस्तावेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति का सौदा जांच के दायरे में आया।
 
प्रारंभिक पूछताछ करने वाले इतालवी अधिवक्ता का आरोप है कि ब्रिटेन स्थित अगस्तावेस्टलैंड की मूल कंपनी फिनमैकेनिका के सीईओ ने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए बिचौलियों की सेवाएं ली थीं। (भाषा)