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Last Updated :नई दिल्ली , मंगलवार, 7 जुलाई 2015 (08:14 IST)

व्यापमं घोटाले पर उमा बोलीं, शर्म और डर से जान दे रहे हैं लोग...

व्यापमं घोटाले पर उमा बोलीं, शर्म और डर से जान दे रहे हैं लोग... - Uma Bharti on Vyapam Scam
नई दिल्ली। व्यापमं घोटाले में अपना नाम आने को केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गहरी साजिश बताया और कहा कि लोग घोटाले के कारण ‘शर्म और डर’ से जान दे रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा।
 
उमा भारती ने कहा, 'यह एक गहरी साजिश है। गहरी साजिश का बड़ा उदाहरण है इसमें मेरा नाम है। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। अगर इसमें मेरा नाम है तो कुछ गहरी साजिश है।'
 
केंद्रीय मंत्री ने जोर दिया कि लोग डर और शर्म से मर रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा है।
 
उन्होंने दावा किया, 'हो सकता है कि किसी ने उनकी हत्या नहीं की हो। लेकिन डर और शर्म से मस्तिष्काघात, हृदयाघात के शिकार हो रहे या आत्महत्या कर रहे। क्योंकि मैंने जब व्यापमं में अपना नाम सुना तो मैं भी सदमे में आ गई।'
 
उधर, हैदराबाद में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस व्यापमं घोटाले के कारण भाजपा के खिलाफ सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना रही है।
 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस भ्रमित है और उसने सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना ली है। वे कुछ साबित नहीं कर रहे हैं। वे केवल अपनी हताशा जाहिर कर रहे हैं। इसके अलावा यह और कुछ नहीं है।
 
अगले पन्ने पर...गोविंदाचार्य के निशाने पर मध्यप्रदेश सरकार, बोले...

व्यापमं घोटाले से जुड़ी रहस्यमयी मौतों पर मध्यप्रदेश सरकार की ‘असंवेदनशीलता’ की आलोचना करते हुए आरएसएस के वरिष्ठ विचारक एन गोविंदाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए। मामले में उच्चतम न्यायालय को भी संज्ञान लेना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि मुद्दे को लेकर सरकार के गैरजिम्मेदाराना रवैये पर मुझे बहुत दुख हो रहा है। केंद्र सरकार को संज्ञान लेना चाहिए और निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए उच्चतम न्यायालय को स्व: संज्ञान लेना चाहिए।
 
गोविंदाचार्य ने कहा कि मामले में मध्यप्रदेश सरकार के गैरजिम्मेदार रवैये पर वह दुखी हैं और संवेदनहीन तरीके से मामले से निपटा गया है।
 
आरएसएस विचारक ने कहा कि पार्टी के महासचिव के गैरजिम्मेदार बयान में असंवेदनशीलता और अशिष्टता दिखाई दी। उन्होंने कहा कि अक्षय सिंह मामले में पार्टी के एक महासचिव का बयान गैरजिम्मेदाराना बयान है। (भाषा)