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Last Updated :नई दिल्ली , गुरुवार, 26 नवंबर 2015 (14:16 IST)

महिलाओं के लिए खुला है आसमान : ट्रेसी कुर्टिस टेलर

महिलाओं के लिए खुला है आसमान : ट्रेसी कुर्टिस टेलर - Tracy Curtis Taylor
नई दिल्ली। ब्रितानी महिला विमान चालक ट्रेसी कुर्टिस टेलर का कहना है कि अपने सपने पूरे करने की चाहत रखने वाली आज की महिलाओं के लिए पूरा आसमान खुला पड़ा है फिर चाहे उन्होंने पेशा कोई भी क्यों न चुना हो।

यह ब्रितानी महिला विमान चालक यहां एक खास उपलब्धि हासिल करने के सफर के दौरान आई थीं। वे ब्रिटेन से ऑस्ट्रेलिया तक की 13,000 मील की दूरी को 23 देशों के ऊपर से उड़ते हुए 3 माह के भीतर पूरा करने के सफर पर निकली हैं।

खुली कॉकपिट वाले द्विपंखी विमान बोइंग स्टीयरमैन को उड़ाने वाली टेलर का कहना है कि वे ब्रिटेन से ऑस्ट्रेलिया तक अकेले विमान उड़ाने वाली पहली महिला मशहूर एमी जॉनसन की प्रेरक कहानी को सिर्फ दोहराना नहीं चाहतीं, बल्कि उड्डयन के क्षेत्र में मौजूद युवा महिलाओं से जुड़ना भी चाहती हैं और दुनिया के हर हिस्से की महिलाओं की उपलब्धियों को बढ़ावा भी देना चाहती हैं।

टेलर ने कहा कि मेरी उड़ान का प्रमुख उद्देश्य सिर्फ उड्डयन के क्षेत्र में महिलाओं की बीते, मौजूदा और आगामी दौर की उपलब्धियों का जश्न मनाना ही नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य अभियांत्रिकी और अन्य क्षेत्रों में भी महिलाओं की भूमिकाओं का जश्न मनाना है। आसमान में महिलाओं के लिए कोई सीमा नहीं है।

खुले कॉकपिट वाले वर्ष 1942 के बोइंग स्टीयरमैन विमान ‘स्पिरिट ऑफ आर्टमिस’ में अपनी यात्रा को एमी जॉनसन की हवाई यात्रा के समान कहते हुए टेलर ने खुद को ‘द्विपंखी विमान का पक्षी’ बताया।
जॉनसन ऐसी पहली महिला थीं जिन्होंने वर्ष 1930 में ब्रिटेन से ऑस्ट्रेलिया तक की यात्रा अकेले विमान उड़ाते हुए तय की और आज की हवाई यात्रा के लिए रास्ता खोला।

टेलर ने कहा कि एमी मेरी प्रेरणा है। उन्होंने जब ऑस्ट्रेलिया तक के लिए उड़ान भरी, उस समय उनके पास शायद ही कोई अनुभव था और वे रास्ते में ही दुर्घटना का शिकार हो गई थीं। मुझे लगता है कि एमी की कहानी आज भी प्रासंगिक है इसलिए मैं दुनियाभर की युवा महिलाओं के साथ इसे साझा करना चाहती हूं।

टेलर और उनका चालक दल 23 नवंबर को भारत पहुंचा। यह दल अहमदाबाद और जयपुर में रुका। इस दल की योजना भारत के कुल 7 स्थानों पर रुकने की है जिनमें आगरा, वाराणसी और अहमदाबाद शामिल हैं।

उनकी यह यात्रा जॉनसन द्वारा 85 साल पहले क्रॉयडन से डार्विन तक की यात्रा जैसी है। उस दौरान उन्होंने 23 देशों के ऊपर से उड़ते हुए 14,000 मील का सफर तय किया था और रास्ते में 50 स्थानों पर ईंधन भरवाने के लिए वे रुकी थीं।

टेलर ने कहा कि इसकी शुरुआत वर्ष 2013 में हुई, जब मैंने अपने पुराने द्विपंखी विमान स्पिरिट ऑफ आर्टेमिस में अफ्रीका के पार उड़ान भरी।

उस उड़ान ने बेहद कम पहचानी जाने वाली महिला विमान चालक लेडी मेरी हीथ की उपलब्धियों का जश्न मनाया था। उस उड़ान के बाद मेरी असली प्रेरणा एमी जॉनसन की उपलब्धियों का जश्न मनाने का औचित्य बनता ही है।

वैश्विक उड्डयन अभियांत्रिकी के क्षेत्र में ज्यादा महिलाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर देते हुए 53 वर्षीय इस विमान चालक ने कहा कि उनके जीवन की कहानी दुनियाभर की महिलाओं को प्रेरणा देगी। (भाषा)