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Last Updated :नई दिल्ली/मुंबई , गुरुवार, 8 अक्टूबर 2015 (08:54 IST)

भारत 'हिन्दू सऊदी अरब' बनता जा रहा है : तस्लीमा नसरीन

भारत 'हिन्दू सऊदी अरब' बनता जा रहा है : तस्लीमा नसरीन - Taslima Nasrin, Ghulam Ali
नई दिल्ली/मुंबई। शिवसेना की धमकी के बाद पाकिस्तान के प्रख्यात गजल गायक उस्ताद गुलाम अली का 9 अक्टूबर को मुंबई में होने वाला कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। कार्यक्रम रद्द होने के बाद सोशल मीडिया पर यह मुद्दा सुर्खियों में है। 
बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने ट्विटर पर लिखा, 'ओ माई गॉड...शिवसेना की धमकी के बाद पाकिस्तानी गायक गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द हो गया। भारत हिंदू सऊदी अरब बनता जा रहा है?
 
तस्लीमा ने दूसरे ट्‍वीट में लिखा 'गुलाम अली कोई जेहादी नहीं हैं, वो एक गायक हैं। कृपया जेहादी और गायक के बीच के फर्क को समझने की कोशिश करें।'
 
गुलाम अली का यह कार्यक्रम जगजीत सिंह की याद में होने वाला था लेकिन शिवसेना की धमकी के बाद बुधवार को आयोजक उद्धव ठाकरे से मिले। इस मुलाकात के बाद आयोजकों ने कार्यक्रम रद्द करने का फैसला कर लिया। 
 
शिवसेना की फिल्म शाखा, चित्रपट सेना के महासचिव आदेश बांदेकर ने कहा, 'कार्यक्रम होंगे लेकिन इसमें गुलाम अली भाग नहीं लेंगे। इससे पहले शिवसेना ने मुंबई और पुणे में होने वाले गुलाम अली के कार्यक्रम में बाधा डालने की धमकी दी थी। 
 
आदेश बांदेकर ने कहा था, 'हमने माटुंगा के षणमुखानंद प्रेक्षागृह के अधिकारियों से मुलाकात की और 9 अक्टूबर को प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द करने के लिए कहा है। ऐसा नहीं होने पर हमने अपने चिर-परिचित अंदाज में विरोध करने की बात भी कही।' षणमुखानंद प्रेक्षागृह शिवसेना के पसंदीदा कार्यक्रम स्थलों में से एक है। पार्टी यहां अपने आयोजन करती रहती है। 
 
अधिकारियों ने कहा कि मुंबई और पुणे के कार्यक्रम में गुलाम अली के शामिल होने से कानून व्यवस्था के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह दुनिया भर में मशहूर कलाकार की सुरक्षा की जिम्मेदारी ले।
 
आदेश बांदेकर ने कहा कि पार्टी दिवंगत गायक जगजीत सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि स्वरूप 10 अक्टूबर को पुणे में प्रस्तावित इसी तरह के संगीत कार्यक्रम का भी विरोध करेगी और उसे रोकेगी। दिलचस्प है कि दोनों संगीत कार्यक्रम पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में चर्चा के विषय बने हुए हैं। इनके सभी टिकट बिक चुके हैं। 
 
बांदेकर ने कहा, 'हम पाकिस्तान की कला और पाकिस्तानी कलाकारों की इज्जत करते हैं लेकिन, हम पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के सांस्कृतिक संबंध के खिलाफ हैं क्योंकि यह देश सीमा पर लगातार हमारे नागरिकों और सैनिकों पर हमले कर रहा है।'
 
उन्होंने कहा कि शिवसेना सिर्फ मुंबई या पुणे ही नहीं, देश में कहीं भी गुलाम अली का कार्यक्रम नहीं होने देगी। इससे पहले शिवसेना पाकिस्तानी क्रिकेट टीम और पाकिस्तानी गायक आतिफ असलम का विरोध कर चुकी है। पार्टी ने मंगलवार को अपने मुखपत्र सामना में केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि वह भारतीय फौजियों और नागरिकों पर पाकिस्तानी हमले का जवाब देने का हौसला दिखाए। 
 
जगजीत सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए 'एक अहसास' नाम से कार्यक्रम देश में पेश किया जा रहा है। यह लोगों को संगीत के जरिए जोड़ने का एक मंच उपलब्ध करा रहा है।