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Last Modified: शुक्रवार, 9 जून 2017 (15:42 IST)

जरूरत पड़ी तो उस पार भी जाकर सबक सिखाएंगे : राजनाथ

जरूरत पड़ी तो उस पार भी जाकर सबक सिखाएंगे : राजनाथ - Rajnath Singh
जयपुर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और सुरक्षा बलों पर आतंकी हमलों की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को यहां कहा कि घुसपैठ रोकने के लिए सीमाओं को अधिक चाक-चौबंद बनाएंगे और अगर जरूरत पड़ी तो उस पार भी जाकर सबक सिखाएंगे।
 
केंद्र में नरेन्द्र मोदी नीत राजग सरकार के 3 वर्ष पूरे होने पर जयपुर की मुहाना मंडी क्षेत्र में मोदी फेस्ट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से कुछ आतंकवादियों ने रात के अंधेरे में हमारी सीमा में घुसकर जवानों पर कायराना हमला किया। इसके जवाब में हमारी सेना के जवानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर उन्हें करारा सबक सिखाया।
 
उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस पार ही नहीं, उस पार भी जाकर सबक सिखाएंगे। भारत अब कमजोर भारत नहीं बल्कि ताकतवर देश बन चुका है। आने वाले समय में भारत की सीमाओं को और अधिक चाक-चौबंद बनाएंगे ताकि दूसरे देश का व्यक्ति भारत सरकार की इजाजत के बिना देश में प्रवेश नहीं कर सके।
 
गृहमंत्री ने कहा कि दुनिया में पहले भारत की गणना पिछड़े देशों में होती थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 3 साल में काफी विकास हुआ है और अब भारत की गणना दुनिया में तेजी से विकास की ओर बढ़ते देश के रूप में हो रही है।
 
तत्कालीन केंद्र सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल में केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद मंत्रिमंडल की पहली बैठक में विदेशों में जमा कालेधन को वापस लाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। कालेधन को भारत लाने का फैसला साधारण नहीं था।
 
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए नोटबंदी का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। यह एक बड़ा फैसला था। हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति नकद लेन-देन के बजाए मोबाइल से लेन-देन करे। कालेधन पर शिकंजा कसने में हम कामयाब हो रहे हैं। 
 
उन्होंने किसानों पर कहा कि जब तक गांव और किसानों का विकास नहीं होगा, भारत का विकास का सपना साकार नहीं हो सकता। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के लिए कई सारी योजनाएं आरंभ की हैं। उनमें से एक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है। इस योजना के लागू होने के बाद यदि किसान की फसल को नुकसान होता है तो उसे घर बैठे मुआवजा मिलेगा।
 
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि किसानों की चिंता सरकार की चिंता है इसलिए सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए तेजी से प्रयास कर रही है। किसानों को होने वाली यूरिया की किल्लत भी अब समाप्त हो चुकी है तथा केंद्र सरकार ने 3 सालों में हर वर्ग के लिए योजनाएं आरंभ की हैं।
 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सरकार वर्ष 2019 तक 5 करोड़ परिवारों को गैस मुहैया करवाएगी। अब तक 2 करोड़ 29 लाख परिवारों को गैस कनेक्शन उपलब्ध करवा चुके हैं। (भाषा)
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