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Last Modified: नई दिल्ली , गुरुवार, 30 जुलाई 2015 (18:02 IST)

पाकिस्तान से जुड़े थे गुरदासपुर हमले के तार!

पाकिस्तान से जुड़े थे गुरदासपुर हमले के तार! - Rajnath Singh
नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के गुरदासपुर में हुए आतंकवादी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े होने का संकेत देते हुए गुरुवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार देश की सुरक्षा को कमतर करने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देगी।
गृहमंत्री ने 27 जुलाई को गुरदासपुर में हुए आतंकवादी हमले के बारे में राज्यसभा में दिए बयान में कहा, जीपीएस आंकड़ों के प्रारंभिक अध्ययन से संकेत मिलते हैं कि हमलावर तीन आतंकवादियों ने पाकिस्तान से गुरदासपुर जिले के तास क्षेत्र से घुसपैठ की। इसी क्षेत्र से रावी नदी पाकिस्तान में प्रवेश करती है।
 
उन्होंने यह भी कहा, आशंका व्यक्त की जा रही है कि इन्हीं आतंकवादियों ने जम्मू पठानकोट रेल मार्ग पर दीनानगर और झकोलदी के बीच तलवंडी गांव के पास पांच आईईडी लगाए। इन्हें बम निष्क्रिय दस्ते ने मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया। इस स्थान से एक नाइट विजन उपकरण भी बरामद किया गया। 
 
गृहमंत्री ने सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा, भारत की एकता एवं अखंडता तथा देश के नागरिकों की सुरक्षा को कमतर करने के देश के दुश्मनों के किसी भी प्रयास का हमारे सुरक्षाबलों द्वारा त्वरित एवं मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। सरकार आतंकवाद से दृढ़ता एवं कड़ाई से निबटने के लिए प्रतिबद्ध है और सीमा पार से चलाई जा रही सभी आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
 
राजनाथ ने 27 जुलाई की घटना का ब्यौरा देते हुए बताया कि उस दिन सुबह साढ़े पांच बजे सेना की वर्दी पहने और भारी हथियारों से लैस तीन आतंकवादियों ने गुरदासपुर जिले के दीनानगर के बाहरी क्षेत्र में कमलजीत सिंह की मारुति कार पर गोलीबारी करते हुए उसे अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद आतंकवादियों ने दीनानगर बस स्टेंड पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। उन्होंने बामियाल जा रही पंजाब रोडवेज की एक बस को भी अपना निशाना बनाया। 
 
उन्होंने बताया कि इसके बाद आतंकवादी दीनानगर पुलिस थाने में घुस गए तथा संतरी पर गोलियां चलाईं। पुलिस थाने पर गोलियां चलाने के दौरान होमगार्ड राजिन्दर कुमार और अशोक कुमार घायल हो गए। इसी दौरान बाहर निकलने पर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक मुख्तियार सिंह भी आतंकवादियों की गोली लगने से घायल हो गए।
 
गृहमंत्री ने कहा कि आतंकवादी लगातार गोलियां चलाते हुए पुलिस थाने में घुसने की कोशिश कर रहे थे। रात्रि ड्यूटी पर तैनात हवलदार रामलाल ने संतरी का हथियार लेकर बहादुरी से आतंकवादियों का सामना किया। 
 
बाद में रामलाल ने पुलिस थाने के भीतर जाकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया ताकि आतंकवादी भीतर प्रवेश न कर सकें। अंधाधुंध फायरिंग के कारण पुलिस थाने के बगल में स्थित किरण अस्पताल में भर्ती तीन मरीज गोली लगने से घायल हो गए जिनमें से दो की मृत्यु हो गई।
 
उन्होंने कहा कि इस दौरान आतंकवादी पुलिस थाने के पीछे बनी इमारत में गोलियां चलाते हुए घुस गए। यह इमारत पंजाब होमगार्ड की स्थानीय टुकड़ी के कार्यालय के रूप में प्रयोग में लाई जा रही है। वहां मौजूद तीन होमगार्ड आतंकवादियों की गोलियों का शिकार होकर वीरगति को प्राप्त हुए।
 
राजनाथ ने कहा कि इसके फौरन बाद पुलिस का अतिरिक्त बल दीनानगर पुलिस थाने पहुंच गया। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से फायरिंग के चलते होने वाली क्षति को कम से कम स्तर पर रखने, आतंकवादियों को भागने से रोकने तथा उन्हें जिंदा पकड़ने के उद्देश्य से पंजाब पुलिस द्वारा लगातार हरसंभव प्रयास जारी रखे गए। 
 
उन्होंने कहा कि अंत में इस सफल अभियान के दौरान तीनों आतंकवादियों को मार गिराया गया। दुर्भाग्यवश इस अभियान के दौरान पुलिस अधीक्षक (खुफिया) बलजीत सिंह आतंकवादियों का सामना करते हुए शहीद हो गए
 
पंजाब पुलिस के इस अभियान की हृदय से सराहना करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस ने मृत आतंकवादियों के पास से तीन एके47 राइफल, 19 मैगजीन और दो जीपीएस सहित भारी मात्रा में अवैध सामग्री बरामद की है जिसका विश्लेषण किया जा रहा है।
 
उन्होंने कहा, इस दौरान गृह मंत्रालय स्थिति पर लगातार कड़ी नजर रखते हुए पंजाब सरकार से संपर्क में रहा। इस अभियान में पंजाब पुलिस की सहायता करने के लिए सेना एवं एनएसजी को विकल्प के रूप में तैयार रखा गया था। 
 
उन्‍होंने कहा, मैंने स्वयं पंजाब के मुख्यमंत्री से बात की और केन्द्र सरकार द्वारा सभी आवश्यक सहयोग के लिए आश्वस्त किया। बीएसएफ एवं सेना को भी सीमा पर हाईअलर्ट पर रखा गया। 
 
गृहमंत्री ने कहा, इस आतंकवादी हमले में तीन नागरिक, तीन होमगार्ड के जवान एवं एक पुलिस अधिकारी सहित सात लोगों की मृत्यु हो गई। इसके अतिरिक्त 10 नागरिक एवं सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
 
उन्होंने कहा कि पिछले एक माह में जम्मू कश्मीर सीमा पर घुसपैठ के कुल पांच प्रयास किए गए जिसमें आठ आतंकवादियों को मार गिराया गया और चार प्रयासों को विफल कर दिया गया। घुसपैठ की एक अन्य घटना में आतंकवादियों को सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के कारण वापस लौटना पड़ा।
 
गृहमंत्री ने कहा कि भारतीय सुरक्षाबल सीमा क्षेत्र में सतर्क रहते हैं, लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों एवं मूसलाधार बारिश होने से सीमा क्षेत्र की नदियों एवं नहरों में अत्यधिक तेज बहाव के कारण ये आतंकवादी भारतीय सीमा में घुस पाने में सफल हुए। (भाषा)