खत्म किए जाएंगे अप्रासंगिक श्रम कानून-राजनाथ
लखनऊ। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ श्रम कानूनों को कामगारों तथा नियोक्ताओं के कल्याण में ‘अड़चन’ करार देते हुए कहा कि केन्द्र 44 पुराने श्रम कानूनों पर पुनर्विचार कर रहा है और जरूरत पड़ने पर अप्रासंगिक कानूनों को खत्म किया जाएगा।
सिंह ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन सीमा एक हजार रुपए किए जाने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में कहा श्रम कानूनों के कारण कई अड़चनें आती हैं। ऐसे 44 श्रम कानून हैं जिन पर सरकार पुनर्विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि बारह ऐसे कानून हैं जिनमें संशोधन का प्रस्ताव तैयार है। जरूरत पड़ी तो पुराने अप्रसांगिक कानूनों को समाप्त किया जाएगा।
गृह मंत्री ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा न्यूनतम पेंशन एक हजार रुपए किए जाने से केन्द्र पर 11 हजार करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। इसकी भरपाई केन्द्र सरकार करेगी। इसका जनता पर कोई बोझ नहीं पड़ने दिया जाएगा।
गोमती सफाई अभियान के बारे में सिंह ने कहा कि इस नदी की सफाई के लि्स सरकार प्रतिबद्ध है। एक तकनीकी टीम ने गोमती को लेकर स्थिति रिपोर्ट केन्द्र को सौंप दी है और केन्द्र ने इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। स्वच्छ गोमती अभियान जल्द ही शुरू होगा। (भाषा)