मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय की साइबर सेल ने हाल में साइबर हमले (रैंसमवेयर) को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें इस मालवेयर (हानिकारक सॉफ्टवेयर) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि अपने कम्प्यूयरों की सुरक्षा कैसे करें।
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एडवाइजरी में बताया गया है कि रैंसमवेयर क्या है और यह किस प्रकार कम्प्यूटर में प्रवेश करके कम्प्यूटर को बंधक बना लेता है। फिरौती की रकम मिलने के बाद ही एनक्रिप्टेड डाटा को डिक्रिप्ट कर दिया जाता है। एडवाइजरी में मालवेयर, रैंसमवेयर, वानाक्राई रैंसमवेयर तथा बिटकॉइन के बारे में जानकारी दी है।
किसी प्रकार के अवांछित ईमेल में अटैच लिंक पर क्लिक न करें। क्योंकि इसी के साथ मालवेयर और रैंसमवेयर आपके कम्प्यूटर में प्रवेश कर जाता है।
साइबर अटैक से बचने के लिए विंडो फायरवाल का प्रयोग करें और ऐसा करने के साथ ही इस बात का भी ध्यान रखे कि कम्प्यूटर सिस्टम में पोर्ट नं 139, 445 और 3389 को विंडो फायरबॉल से बंद कर दें।
स्पैम मेल को पहचानें और कम्प्यूटर में एंटीवायरस का प्रयोग बंद कर दें।
इसके साथ ही, पायरेटेड सॉफ्टवेयर और एंटी वायरस का इस्तेमाल कभी न करें।
अपने सभी महत्वपूर्ण डाटा, फाइल की दो कॉपी रखें और आवश्यकतानुसार समय-समय पर बैकअप लें।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की फाइल्स को सुरक्षित रखने के लिए https://support.office.com/en-us/article/enable-or-disable-macros-in-office-documents- में बताए उपायों को आजमाएं।
अपने कम्प्यूटर में microsoft security bulletin MS 17-010 का पैच निम्नलिखित लिंक को क्लिक कर इंस्टाल कर दें।
माइक्रोसॉफ्ट विंडो द्वारा SMB (सर्वर मेसेज) आमतौर पर इनेबल होता है, इसे डिसेबल कर दें।
अगर आप पहले से ही रैंसमवेयर से पीडि़त हैं तो अपने कम्प्यूटर को नेटवर्क से अलग कर दें। साथ ही, क्षतिग्रस्त डाटा को भी सेव कर लें। इससे संबंधित जानकारी cert-in के टोल फ्री नंबर +91-1800-11-4949 पर और साइबर सेल को दे सकते हैं।
इस संबंध में आप [email protected] पर सम्पर्क कर अधिक जानकारीहासिल कर सकते हैं।