सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद विरोधी भी हुए मोदी के कायल
केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के साथ ही सरकार को हर कसौटी पर परखा जान लगा और सोशल मीडिया पर कई पोस्ट इस विषय में की गई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वादे सरकार बनने से पहले किए थे, वे पूरे नहीं हो रहे हैं। लेकिन भारतीय सैनिको की पाकिस्तान की सीमा में सर्जिकल स्ट्राइक (लक्ष्यभेदी हमला) के बाद मोदी के विरोधी भी उनकी सरकार के इस फैसले की प्रशंसा कर रहे हैं।
पाकिस्तान की सीमा में घुसकर भारतीय सैनिकों की इस जांबाज़ी कारनामे के बाद मोदी विरोधी भी सरकार के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। इनमें से कुछ लोगों को मोदी सरकार की नीतियों के परम आलोचकों के तौर पर भी देखा जाता है, लेकिन इस मुद्दे पर वे सरकार के साथ खड़े दिखाए दे रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक (लक्ष्यभेदी हमला) का स्वागत किया है। एलओसी पार आतंकी कैंपों पर सेना के हमले का कांग्रेस अध्यक्ष ने पूरी तरह समर्थन किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से इस मामले पर बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि हमारे देश को सुरक्षित रखने और सीमा पार आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए आज हुई कार्रवाई पर कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ खड़ी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि इस समय पूरा देश भारतीय सेना के साथ खड़ा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'भारत माता की जय। पूरा देश भारतीय सेना के साथ है।'
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने भी कहा कि भारतीय सेना पहल नहीं करती, लेकिन वह बदला लेना जानती है।
वरिष्ट पत्रकार ओम थानवी ने समय समय पर केंद्र सरकार को नीतिगत मुद्दों पर सवालों के घेरे में लिया है, लेकिन भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक (लक्ष्यभेदी हमला) के बाद थानवी ने मोदी सरकार के इस फैसले की प्रशंसा की।
थानवी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'सेना ने आख़िर नियंत्रण-रेखा के पार धारदार कार्रवाई कर दी। आधिकारिक वक्तव्य देकर कहा गया है कि हमारी सेना ने वहां बीती रात आतंकवादी ठिकानों का नाश किया। आतंकवादियों और उनके मददगारों को भी ठिकाने लगाया है। प्रधानमंत्री से लोगों ने पाकिस्तान को सबक़ देने की पुरज़ोर माँग की थी। मानना चाहिए उन्होंने उन्हें निराश नहीं किया है।