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Last Updated :नई दिल्ली , सोमवार, 27 अप्रैल 2015 (22:50 IST)

सरकार ने शुरू की राष्ट्रीय आपदा हेल्पलाइन 1078

सरकार ने शुरू की राष्ट्रीय आपदा हेल्पलाइन 1078 - Nepal Earthquake
नई दिल्ली। भारत ने आज भूकंप प्रभावित नेपाल में और अधिक विमान तथा सैन्य हेलीकॉप्टर तैनात करके राहत और बचाव अभियान को तेज कर दिया और राष्ट्रीय आपदा हेल्पलाइन 1078 शुरू की। नेपाल से 5400 से अधिक लोगों को इन विमानों से वापस लाया गया है।
विदेश सचिव एस. जयशंकर ने कहा कि अनेक अड़चनों के बावजूद बचाव कार्य तेज कर दिया गया है और संबंधित मंत्रालय वहां जीवित लोगों को हरसंभव मदद के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
 
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एमडीएम) के सदस्य सचिव आर के जैन ने कहा कि लोगों को अपनों के बारे में जानकारी जुटाने में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा हेल्पलाइन 1078 शुरू की गई है।
 
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘कोई भी 011-1078 डायल करके इस सेवा का लाभ उठा सकता है और हमसे जो भी अनुरोध किया जाएगा, हम उसे अभियान में शामिल संबंधित एजेंसियों के साथ साझा करेंगे।’ 
 
विदेश सचिव ने कहा कि अब तक 30 विदेशी नागरिकों समेत 5400 से अधिक भारतीयों को नेपाल से निकाला गया है, जिनमें 2091 को भारतीय वायु सेना ने निकाला।
 
गृह सचिव एलसी गोयल ने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान से 72 लोगों के मारे जाने की खबरें हैं, जिनमें क्रमश: 56, 12, 3 और एक शख्स की मौत हो गई। विदेश सचिव ने कहा कि स्पेन समेत अनेक देशों ने भारत से नेपाल में फंसे उनके नागरिकों को बचाने का अनुरोध किया है।
 
रक्षा सचिव ने कहा कि सरकार बचावकर्मियों की मदद के लिए नेपाल में गोरखा पूर्व सैनिकों का सहयोग लेने पर विचार कर रही है। रक्षा सचिव आर के माथुर ने कहा कि चार सी-17 ग्लोबमास्टर्स, तीन सी-130जे सुपर हरक्युलिस, तीन आईएल-76 और दो एएन-32 विमानों को सेवा में लगाया गया है। हेलीकॉप्टरों का परिचालन भी बड़े स्तर पर चल रहा है। 
 
कैबिनेट सचिव अजीत सेठ ने आज दिन में एक उच्चस्तरीय बैठक कर नेपाल में चल रहे अनेक एजेंसियों के राहत अभियानों का जायजा लिया। विदेश सचिव ने कहा कि सेना के पांच विमानों द्वारा नेपाल को पानी, भोजन, दवाएं, दुग्ध उत्पाद, संचार उपकरण और ऑक्सीजन रिजेनरेटर भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि वहां संचार संसाधनों की बहुत जरूरत है।
 
जयशंकर ने कहा कि पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के दो अलग- अलग दल भी नेपाल पहुंच गए हैं और बिजली तथा ईंधन की आपूर्ति को बहाल करने में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा, ‘कल से आज की स्थिति में बड़ा बदलाव यह है कि जमीनी अभियान तेज हो गया है।’ गृह सचिव गोयल ने बताया कि राहत सामग्री लेकर करीब 150 बस और 21 ट्रक भारत के अनेक सीमावर्ती क्षेत्रों से नेपाल जा रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि भूकंप से बिहार में 175, उत्तर प्रदेश में 70 और पश्चिम बंगाल में 35 समेत करीब 300 लोग घायल हो गए हैं। एनडीआरएफ के चार दल बिहार में और एक दल उत्तर प्रदेश में तैनात किए गए हैं।
 
गृह सचिव ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि केंद्र सरकार नेपाल में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए एनजीओ को नियमों में ढील देने के लिए तैयार है। माथुर ने कहा कि दो एमआई 17 हेलीकॉप्टर और इतने ही आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टरों को पोखरा के निकट बचाव अभियानों में लगाया गया है। शनिवार को आए भूकंप का केंद्र पोखरा के पास था।
 
उन्होंने कहा कि छह हेलीकॉप्टर तैयार खड़े हैं और बचाव दलों ने 337 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। विदेश सचिव ने कहा कि सरकार संकट की स्थिति से निकालने में बुजुर्गो, महिलाओं और बच्चों तथा घायलों को प्राथमिकता दे रही है।
 
उन्होंने कहा, ‘हम बहुत ही कठिन परिस्थिति में काम कर रहे हैं।’ जयशंकर के अनुसार काठमांडू हवाईअड्डे पर जबरदस्त दबाव है और कुछ हेलीकॉप्टर दूसरी जगहों से संचालित हो रहे हैं।
 
नेपाल में फंसे हुए भारतीयों की संख्या पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सही संख्या बता पाना कठिन होगा क्योंकि नेपाल में पर्यटक कई रास्तों से तथा विभिन्न आव्रजन नियमों के सहारे जाते हैं।
 
नेपाल में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के जाने के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, ‘सभी का राहत सामग्री पहुंचाने या किसी तरह की मदद के लिए स्वागत है।’
 
स्पेन ने मांगी भारत से मदद : स्पेन के विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर भूकंप से तबाह हुए नेपाल में फंसे अपने देश के नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारत की मदद मांगी। मोदी से मुलाकात के दौरान स्पेन के विदेश मंत्री ने राजमार्ग एवं स्मार्ट सिटी बनाने में अपने देश की विशेषज्ञता की पेशकश भी की ।
 
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि गार्सिया-मार्गेलो ने भूकंप प्रभावित नेपाल से स्पेन के नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने में भारत से मदद करने का आग्रह किया। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इस त्रासदी से प्रभावित सभी देशों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही स्पेन के नागरिकों को हर संभव मदद देने का आश्वासन उन्हें दिया।

एम्स, सफदरजंग अस्पताल के विशेषज्ञ जाएंगे नेपाल : स्वास्थ्य मंत्रालय नेपाल में आए भीषण भूंकप के बाद वहां बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने और मरने की वजह से पैदा हो रही स्थिति का जायजा लेने के लिए एम्स और सफदरजंग अस्पताल के विशेषज्ञों का एक दल पड़ोसी देश के लिए रवाना करेगा।
 
शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप के बाद मंत्रालय पहले ही वहां 34 डॉक्टरों एवं तकनीशियनों का एक दल और 15 टन चिकित्सा सामग्री भेज चुका है।
 
यहां एक विज्ञप्ति में कहा गया, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के निर्देशानुसार एम्स, सफदरजंग अस्पताल के विशेषज्ञों और मंत्रालय के सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का एक दल नेपाल भेजा जा रहा है जो वहां बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने और मरने की वजह से पैदा हो रही स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतों का आकलन करेगा।  (भाषा)