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Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 6 मई 2016 (23:52 IST)

नरेंद्र दामोदरदास मोदी को कोई डिग्री नहीं दी गई, आप पार्टी का दावा

नरेंद्र दामोदरदास मोदी को कोई डिग्री नहीं दी गई, आप पार्टी का दावा - Narendra Modi degree dispute
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आप ने दावा किया कि उन्होंने 1975 से 1980 तक के दिल्ली विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड खंगाल लिए हैं, लेकिन एक भी ऐसा सबूत नहीं मिला जिससे साबित हो सके कि डीयू ने कभी मोदी को बीए की डिग्री दी थी।
आप पार्टी के अनुसार दिल्ली विश्वविद्‍यालय ने राजस्थान के अलवर जिले के नरेंद्र कुमार महावीर प्रसाद मोदी को एक डिग्री जरूर दी गई, लेकिन नरेंद्र दामोदरदास मोदी को कोई डिग्री नहीं दी गई। 
 
आप के वरिष्ठ नेता आशीष खेतान ने दावा किया कि हमने अपने स्तर पर 1975 से लेकर 1980 तक के दिल्ली विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड खंगाले और पता लगाया कि नरेंद्र दामोदरदास मोदी नाम का ऐसा कोई शख्स नहीं था जिसे कोई डिग्री दी गई हो।
 
एक अखबार में प्रकाशित नरेंद्र मोदी के डिग्री के ब्योरे का हवाला देते हुए खेतान ने कहा कि वह सूचना दिल्ली विश्वविद्यालय में उपलब्ध सूचना से मेल नहीं खाती। खेतान ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता निगरानी के दायरे में आई है। 

इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने पूरी जिम्मेदारी के साथ कहना शुरू किया है कि डीयू के पास उनके रिकॉर्ड नहीं हैं। हमें एक मोदी के बारे में पता चला जिन्होंने 1975 में दाखिला लिया था और जो अलवर के रहने वाले हैं, उनकी जन्म तिथि 1958 है जबकि हमारे प्रधानमंत्री की जन्म तिथि 1950 है।’ कथित ‘नरेंद्र कुमार महावीर प्रसाद मोदी’, जो कथित तौर पर अलवर के रहने वाले हैं, ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने 1975 में श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया था। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने पिता का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझे इतना अच्छा नाम दिया कि अब यह पूरी दुनिया में मशहूर है।’ 
 
‘आप’ नेता आशुतोष और संजय सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय में एक आरटीआई अर्जी दाखिल कर मोदी के आवेदन फॉर्म की प्रति, मोदी की लिखावट में पंजीकरण फॉर्म की प्रति, संबंधित रजिस्टर की प्रति, प्रत्येक वर्ष की मार्कशीट की प्रति, 1979 की दीक्षांत सूची की प्रति और दीक्षांत के दौरान घोषणा सूची की प्रति मांगी है।
 
एक अलग संवाददाता सम्मेलन में आप नेता आशीष खेतान ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता निगरानी के दायरे में आई है। खेतान ने कहा कि मोदी के खिलाफ ठीक उसी तरह कार्रवाई की जानी चाहिए, जैसे ‘आप’ के पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ की गई थी। तोमर दिल्ली के कानून मंत्री थे, जिन्हें फर्जी डिग्री के आरोप में बर्खास्त किया गया था और उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी।
 
‘आप’ नेता ने कहा, ‘पुलिस को उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय ले जाना चाहिए और वह हॉल दिखाने को कहना चाहिए जिसमें वह परीक्षा के लिए बैठे थे। कानून के सामने सब बराबर है। उन्हें ऐसी ही प्रक्रिया का पालन करना चाहिए जैसी तोमर के मामले में अपनाई गई थी।’ ‘आप’ के एक अन्य वरिष्ठ नेता आशुतोष ने कहा, ‘हमारी छानबीन दिखाती है कि डिग्री फर्जी है। यह एक गंभीर अपराध है और फर्जीवाड़े के बराबर है।’ आशुतोष ने कहा कि उन्हें आशंका है कि विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ की जा सकती है।
 
इस बीच, भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘कांग्रेस का समर्थन करने वाली पार्टियां और नेता प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता के बारे में निराधार आरोप लगा रहे हैं ताकि उसे राहत पहुंचा सकें। यह इत्तेफाक है कि जब अगस्तावेस्टलैंड मुद्दे पर इतनी गंभीर बहस चल रही है, तो वे ध्यान भटकाने के लिए ये सब कर रहे हैं।’ (भाषा)
 
 
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