स्वर्ण मंदिर में मोदी, लंगर में की सेवा
अमृतसर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शनिवार को इस पवित्र शहर में ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने के बाद सबसे पहले स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका। यहां लंगर में उन्होंने सेवा भी की।
मोदी और गनी हरमिंदर साहिब तक पहुंचने से पूर्व विरासत गलियारे से होकर गुजरे जिसको नए सिरे से संरक्षित किया गया है। हरमिंदर साहिब में हजारों लोगों ने उनका स्वागत किया जो वहां घंटों से खड़े उनका इंतजार कर रहे थे। हरमिंदर साहिब को ही स्वर्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है ।
मंदिर परिसर को रंगीन लाइटों और फूलों से सजाया गया था तथा दोनों नेताओं को मंदिर परिसर के विभिन्न हिस्सों में ले जाया गया। गनी और मोदी ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और ठंड के बावजूद उन्होंने वहां करीब 30 मिनट बिताए।
मोदी ने स्वर्ण मंदिर में लंगर भी परोसा और इस दौरान गनी उनके साथ बने रहे। दोनों नेताओं को स्वर्ण मंदिर की 24 कैरेट सोने की प्रतिकृति, पांच पुस्तकों का एक सेट, सरोपा तथा शाल भेंट की गई।
मोदी के स्वर्ण मंदिर के दौरे को कुछ वर्गों द्वारा पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व सिख समुदाय को लुभाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। इससे पूर्व, शाम को गनी की हवाई अड्डे पर विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने अगवानी की।
गनी और मोदी रविवार को संयुक्त रूप से हार्ट ऑफ एशिया मंत्री स्तरीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद दोनों के बीच एक द्विपक्षीय बैठक भी होगी। (भाषा)