‘आधार’ के पक्षधर मोदी, फिर शुरू करना चाहते हैं डीबीटी
नई दिल्ली। सरकार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आधार पंजीकरण के पक्षधर हैं और इसके तहत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) को फिर से शुरू करना चाहते हैं।
सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने बताया कि संप्रग सरकार के मंत्रियों के बीच प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) को लेकर जो विरोध थे, उसका निराकरण वर्तमान सरकार ने कर लिया है।
मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आधार पंजीकरण के पक्षधर हैं और इसके तहत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) को फिर से शुरू करना चाहते हैं। वहीं भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकार (यूआईडीएआई) के अनुसार यूआईडी किसी व्यक्ति को प्रदत्त 12 अंकों की पहचान है, जो उसकी कुछ विशिष्टताओं को प्रदर्शित करता है। बायोमेट्रिक पहचान प्रणाली के माध्यम से यह सुनिश्चित होता है कि प्रत्येक व्यक्ति को केवल एक यूआईडी ही प्रदान की जाए।
आरटीआई के तहत प्राधिकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार नए यूआईडी प्रदान करने का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि किसी व्यक्ति को दो यूआईडी नंबर नहीं मिल सके।
यूआईडीएआई के अनुसार- 'इसका अर्थ यह है कि प्रत्येक निवासी को एक और केवल एक यूआईडी नंबर प्राप्त होगा। इस संबंध में 1.2 अरब आबादी को सटीक ढंग से इसके दायरे में बायोमेट्रिक्स के उपयोग से ही लाया जा सकता है। इसके तहत अंगुली का निशान, आंखों की पुतली, चेहरे के ढांचे आदि का रिकॉर्ड रखा जाएगा।' (भाषा)