Last Modified:
शनिवार, 18 अक्टूबर 2014 (11:46 IST)
पूर्ण युद्ध की संभावना कम: नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सशस्त्र बलों से बदलती दुनिया में ‘अदृश्य’ शत्रुओं और ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा जिनका पूर्वानुमान कम ही लगाया जा सकता है। उन्होंने पूर्ण युद्ध की बहुत कम संभावना जताई लेकिन कहा कि सुरक्षा बल दूसरों के बर्ताव को प्रभावित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ पहली सामूहिक वार्ता में इस बात पर जोर दिया कि भारत अपने आर्थिक विकास के लक्ष्यों को प्राप्त कर सके, इसके लिए शांति और सुरक्षा का माहौल बहुत जरूरी है तथा उनकी सरकार ने एक अनुकूल बाहरी माहौल बनाने तथा भारत की सुरक्षा मजबूत करने पर जोर दिया है।
अपने रणनीतिक दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि कुछ चुनौतियां ज्ञात हैं लेकिन उनके अलावा भारत को बदलती दुनिया के लिए तैयार रहना चाहिए जिसमें आर्थिक, कूटनीतिक और सुरक्षा नीतियों पर हमसे नये विचारों की अपेक्षा है।
उन्होंने कहा, ‘पूर्ण युद्ध दुर्लभ हो सकते हैं लेकिन बल प्रतिरोध तथा व्यवहार को प्रभावित करने के साधन बने रहेंगे और संघर्ष की अवधि छोटी होगी।’ (भाषा)