समुद्र से निकाला इसरो का ‘क्रू मॉड्यूल’
चेन्नई। इसरो द्वारा श्रीहरिकोटा से जीएसएलवी मैक 3 रॉकेट प्रक्षेपण के कुछ ही घंटों बाद भारतीय तटरक्षक पोत ने तीन टन वजनी मानव रहित ‘क्रू मॉड्यूल’ को समुद्र से बाहर निकाल लिया है।
रॉकेट के करीब 126 किलोमीटर की उंचाई पर पहुंचने के बाद यह ‘क्रू मॉड्यूल’ उससे अलग होकर बंगाल की खाड़ी में अंडमान-निकोबार द्वीप के पास भारत के सबसे दक्षिणी छोर इंदिरा प्वाइंट से करीब 180 किलोमीटर की दूरी पर गिरा था।
संगठन की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक तटरक्षक पोत आईसीजीएस समुद्र पहरेदार और उसपर सवार इसरो के अधिकारियों ने ‘क्रू मॉड्यूल’ को उसके गोताखोरों के साथ समुद्र से बाहर निकाल लिया।
‘क्रू मॉड्यूल’ के ठिकाने के बारे में सुबह नौ बजकर पैंतालीस मिनट पर क्षेत्र में निगरानी कर रहे डोर्नियर विमान ने ग्रेट निकोबार द्वीप की कैम्पबेल खाड़ी से सिग्नल दिया था। पोत पर मौजूद हेलीकॉप्टर ने इससे पहले क्षेत्र के प्रदूषण की जांच की।
विज्ञप्ति के अनुसार, 'पोत ने प्रक्षेपण के दौरान ‘क्रू मॉड्यूल’ के उपर जाने, उसके वापस लौटने और समुद्र में उतरने सभी की निगरानी की थी।' (भाषा)
चित्र सौजन्य : ट्विटर