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Last Updated : सोमवार, 12 जून 2017 (14:37 IST)

हिन्दुओं को जहां भी देखो, उनकी हत्या कर दो...

हिन्दुओं को जहां भी देखो, उनकी हत्या कर दो... - hindu murder isis
नई दिल्ली। दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन (आईएसआईएस) ने देश के मुस्लिम बहुल राज्य जम्मू-कश्मीर में खिलाफत स्थापित करने के लिए एक 'समग्र खाका' बना लिया है। इसके साथ ही, संगठन ने कई आतंकवादी संगठनों का एक मंच भी तैयार कर लिया है। इस संगठन के अनुसार आईएस आतंकवादियों ने अपने जिहादियों को संदेश दिया है कि 'तुम जहां कहीं भी उन्हें (हिंदुओ) देखो, तुरंत ही उनकी हत्या कर दो। 
 
डेलीमेल ऑनलाइन में प्रकाशित राहुल कंवल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 'जब भी मूर्तिपूजकों और गायों का पेशाब पीने वालों को देखो, जहन्नुम पहुंचा दो।' इस्लामिक खिलाफत को स्थापित करने से पहले आईएस और अन्य आतंकवादी संगठनों ने जो दस्तावेज तैयार किए हैं, उनके अनुसार घाटी में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए आईएस ने अपने उग्रवादी संगठनों के कमांडरों से चर्चा की है।  
 
मेल ऑनलाइन के अनुसार इस बात का आभास मिलता है कि आईएस बड़े पैमाने पर आतंकवादियों के साथ मिलकर हिजबुल या हुर्रियत को पीछे धकेलकर अपनी सत्ता स्‍थापित करने के कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। वैसे अभी घाटी में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की तूती बोलती है। संगठन ने अपने आतंकवादियों से कहा है कि हिमालय की तराई वाले हिस्से में जहां और जब कोई ऑपरेशन शुरू करें तो वे इसे अभूतपूर्व बदले की भावना से करें। घाटी में लोगों को जिहादी की तैयार करने के  लिए तैयार करें। 
 
आतंक के इस कमांडर ने एक पैरा में कहा है- ‘तुम एक मजबूत फौज से नहीं बल्कि मूर्तियों को पूजने वालों और गोमूत्र पीने वालों से लड़ रहे हो।' आगे लिखा गया है- ‘ये सबसे कमजोर शक्तियां हैं। तुम्हें उन पर अवश्य हमला करना चाहिए। तुम्हें उन्हें घेर लेना चाहिए। उन्हें कत्ल कर दो। अगर आसमान तक भी उनका पीछा करना पड़े तो करो।' आतंकी संगठन ने उदारवादी इस्लाम और इसकी नरम सूफी जड़ों को भी घाटी से मिटाने की योजना मंसूबा बना रखा है। संगठन शरिया कानून और आठवीं सदी के इस्लाम के मुताबिक खिलाफत बनाने पर जोर देता है।  
 
आतंकी संगठन की योजना है कि लोकतांत्रिक राज्य के सभी अंगों को जड़ से मिटाने, कट्टरवादी इस्लाम का आह्वान कर सुरक्षा बलों, राजनीतिक और धार्मिक प्रतिनिधियों और स्थापित कानून के राज को मिटाना चाहता है। आईएस का लेख फिर इस्लामिक स्टेट का यशोगान करता है और शोरगुल वाले  खिलाफत को सच्चे इस्लाम का इकलौता प्रतिनिधि होने का दावा करता है।
और क्या खतरनाक मंसूबे हैं इन इस्लामी आतंकियों के.... पढ़ें अगले पेज पर...
(Photo courtesy: Twitter) 
आतंकी संगठन कश्मीर में अपनी खुद की आतंकी फौज खड़ी करने की योजना के साथ पाकिस्तान को भी नहीं बख्शता। लेख के एक पैरा में लिखा है- ‘भारतीय रॉ और आईएसआई के अधिकारियों और जासूसों की हत्या करने का संदेश देता है। उन्हें संदेह का लाभ मत दो। ये वो लोग हैं जिन्होंने अपने  धर्म को बेचा, इसलिए ये अल्लाह से दंड पाने के हकदार हैं। उनके नाम मुस्लिम हो सकते हैं लेकिन उन्होंने शरिया को छोड़ दिया है।'
 
अलगाववादियों के खाद-पानी वाली अराजकता से बढ़ावा पा कर आतंकवादी अपने कट्टर इस्लाम के ब्रैंड के जरिए पूरी घाटी को गहरे संकट में डालने की कोशिश कर रहे हैं। आतंकी कमांडर जाकिर मूसा और उसके संगठन तालिबान-ए-कश्मीर की ओर से अनुमानित जारी किए गए एक वीडियो में नकाबपोश  आतंकियों को बंदूकों के साथ देखा जा सकता है। इन्हें युवाओं को पश्चिमी लाइफस्टाइल और पोशाक पहनने के लिए धमकाते भी सुना जा सकता है।
 
आतंकवादी की आवाज आती है कि ‘कश्मीर के युवा जींस पहन रहे हैं। लड़कियां मेकअप का इस्तेमाल करती हैं। हम इनके पूरी तरह खिलाफ हैं। हम तुम्हारे बच्चों का कत्ल कर देंगे और तुम उनका भविष्य नहीं देख पाओगे। हम पूरे कश्मीर को तालिबान और जाकिर मूसा के नाम पर चेतावनी देते हैं।’ विदित हो कि जाकिर मूसा ने हाल में कश्मीर के लिए शरिया को एकमात्र लक्ष्य घोषित किया है।
 
इस आतंकी सरगना ने उन कश्मीरी युवकों में कुछ हद तक अपनी पैठ बनाने में कामयाबी पाई है जो गूढ़ सूफीवाद को छोड़ कट्टर इस्लाम को तरजीह दे रहे हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक गूढ़ सूफीवाद की राज्य में अपील कम होती जा रही है। मूसा अपने पूर्व संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से 12 से 15  काडर अपने संगठन ‘तालिबान-ए-कश्मीर’ में ले आया है। ये उसकी अधिक युवाओं को लुभाने और आतंकवाद की ओर धकेलने की कोशिश है।’