गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. Hema Malini road accident
Written By
Last Updated :जयपुर , शनिवार, 4 जुलाई 2015 (11:19 IST)

हेमामालिनी ने दिखाई होती इं‍सानियत तो बच जाती बच्ची की जान

हेमामालिनी ने दिखाई होती इं‍सानियत तो बच जाती बच्ची की जान - Hema Malini road accident
जयपुर। जयपुर में बीती रात हुए हादसे का शिकार हुई चार वर्षीय सोनम के पिता ने कहा कि यदि उनकी बेटी को भी हेमा मालिनी के साथ अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी भी जान बच सकती थी। सोनम के घायल पिता का यहां के एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बच्ची की मां अभी भी अपनी बेटी की मौत की खबर से अनजान है। सोनम के पिता ने कहा कि मेरी छोटी-सी बच्ची ने अपनी मां की गोद में ही दम तोड़ दिया। यह भी दुखद है कि उसकी मां भी एसएमएस अस्पताल के पॉलीट्रॉमा वार्ड में जीवन के लिए संघर्ष कर रही है और उसे यह पता भी नहीं है कि सोनम अब जिंदा नहीं रही।
 
हनुमान ने दावा किया कि करीब 20-25 मिनट तक उनके परिवार के पांचों सदस्य दुर्घटनाग्रस्त कार में सड़क पर खून से लथपथ पड़े थे जबकि एक डॉक्टर हेमा मालिनी और अन्य को अपनी कार में जयपुर के फोर्टिस अस्पताल ले गए।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि हम सभी को दौसा पुलिस साथ ले गई और जिस अस्पताल में हमें ले जाया गया उसकी हालत खराब थी, जहां हमारी चोटों का इलाज संभव नहीं था।  
 
उन्होंने कहा कि बच्ची की मां को होश आ गया है लेकिन उसे बेटी की मौत के बारे में नहीं बताया गया। महाजन की पत्नी शिखा, उसकी भाभी सीमा का पॉलीट्रॉमा वार्ड में उपचार चल रहा है जबकि उनका बेटा सोमिल गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती है। 
 
सोनम के चाचा शिरीष गुप्ता ने आरोप लगाया कि घटना के बाद एक डॉक्टर ने हेमा मालिनी को तुरंत दौसा के अस्पताल पहुंचा दिया। बाद में वह उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले गए जबकि सोनम मौके पर करीब 15-20 मिनट तक पड़ी रही। किसी ने उसकी सुध नहीं ली। 
 
गुप्ता ने कहा कि यदि उसे (सोनम) भी हेमा मालिनी के साथ अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी जान बच जाती। परिवार के रिश्तेदारों ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे इलाज का खर्च वहन करने में सक्षम हैं और उन्हें सरकार से किसी मुआवजे की उम्मीद नहीं है।
 
उन्होंने कहा कि मीडिया केवल अभिनेत्री के जख्मों पर ध्यान दे रहा था जबकि कोई भी हमारे पास नहीं आया। नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक संबंधी ने बताया कि अभिनेत्री की कार गलत दिशा में चल रही थी और इसी कारण हादसा हुआ।  यदि घायल पांचों व्यक्तियों को किसी निजी अस्पताल में भर्ती कराया जाता तो उनकी हालत अब बेहतर होती। महाजन ने हेमा की कार चला रहे रमेश चंद ठाकुर के खिलाफ दौसा के कोतवाली पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई है। यहां से 60 किलोमीटर दूर दौसा में दोनों की कार हादसे का शिकार हो गई थीं। (भाषा)
अगले पन्ने पर, मासूम बच्ची की मौत पर हेमामालिनी ने दिया यह बयान... 

हेमा मालिनी ने कहा है कि दौसा के निकट जयपुर-आगरा हाईवे पर हुई सड़क दुर्घटना का उन्हें गहरा दु:ख है।  हेमा मालिनी ने एक बयान जारी कर कहा कि दुर्घटना में मासूम बच्ची की मौत से वे बेहद व्यथित और दु:खी हैं।

मुझे अहसास है कि जिस परिवार ने हादसे में अपनी बेटी खोई है, उस पर क्या बीत रही होगी. दु:ख की इस घड़ी में मैं दिवंगत की आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना करती हूं।
अगले पन्ने पर, मिली छुट्टी, मुंबई रवाना...

हेमा मालिनी को शनिवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।  फोर्टिस अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया कि परिवार के सदस्यों के अनुरोध पर उन्हें सुबह लगभग साढ़े नौ बजे छुट्टी दे दी गई। 66-वर्षीय अभिनेत्री को अपने घावों के चलते अस्पताल में सर्जरी करवानी पड़ी थी।
 
दुर्घटना के समय हेमा की कार महेश चंद ठाकुर चला रहा था और उसे दौसा के कोतवाली थाना में गिरफ्तार कर लिया गया।

ठाकुर को अतिरिक्त प्रमुख न्यायिक मजिस्ट्रेट पल्लवी शर्मा के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने चालक को जमानत दे दी। बाद में चालक को जमानत पर रिहा कर दिया गया।