Last Updated :नई दिल्ली , बुधवार, 10 फ़रवरी 2016 (11:18 IST)
कोमा में हनुमनथप्पा, अगले कुछ घंटे अहम
नई दिल्ली। सियाचिन ग्लेशियर में छह दिन तक 35 फुट बर्फ के नीचे दबे रहे जवान लांस नायक हनुमनथप्पा की हालत गंभीर, लेकिन स्थिर बनी हुई है। पूरे देश में हनुमंतप्पा के जल्द ठीक होने के लिए दुआ की जा रही है।
सुत्रों के अुनसार आज भी हनुमंथप्पा की हालत नाजुक बनी हुई है। उनकी किडनी और लिवर काम नहीं कर रहे हैं। सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग आज भी अस्पताल पहुंचे और जांबाज जवान की सेहत की जानकारी ली।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और थल सेना प्रमुख ने अस्पताल जाकर हनुमंतप्पा का हाल चाल जाना। उनका परिवार भी दिल्ली पहुंच गया है।
कल शाम को जारी मेडिकल बुलेटिन में रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल के डॉक्टर ने अगले 24 से 48 घंटे बेहद अहम बताए हैं।
सियाचिन ग्लेशियर में एक सप्ताह पहले बर्फ खिसकने से 30 फुट नीचे दबे रहने के बाद जीवित निकाले गए लांस नायक हनमंथप्पा कोप्पाड जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि उनके जुझारूपन ने सभी को हतप्रभ कर दिया है।
कोप्पाड को मंगलवार को सियाचिन ग्लेशियर से यहां आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल लाया गया और वह कोमा में हैं और उनकी हालत अत्यंत गंभीर है।